क्रांतिकारी और हिम्मत वाला बजट है ‘नमो केयर' : नड्डा - Punjab Kesari
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क्रांतिकारी और हिम्मत वाला बजट है ‘नमो केयर’ : नड्डा

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नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बीते एक फरवरी को पेश स्वास्थ्य बजट को क्रांतिकारी और हिम्मतवाला बजट करार दिया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में बजट पर चर्चा करते हुए उन्होंने करीब आधे घंटे में पांच बार बजट को क्रांतिकारी कहा। उनका कहना है कि यह आम आदमी और समाज के सभी वर्गों को ख्याल रखने वाला फ्रेंडली बजट है। यह देश के लिए ऐतिहासिक दिन था। क्योंकि इसमे समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखते हुए कई बोल्ड डिसीजन लिए गए हैं।

मेडिकल कॉलेजों के लिए बुनियाद तैयार… हर तीन लोकसभा क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज खोलने पर उनका कहना है कि एक मेडिकल कॉलेज के खुलने का मतलब होता है 17 क्षेत्रों की स्पेशलिटी का आना। यानी हर तीसरे लोकसभा क्षेत्र में 17 तरह की बीमारियों के विशेषज्ञ होंगे। इससे मरीजों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना होगा। इसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जहां 24 नए कॉलेज खोले जाने हैं, वहां ब्लॉक भी तैयार हो चुका है। साथ ही इसके लिए सभी आर्थिक प्रावधान भी कर लिए गए हैं।

मध्यम वर्ग भी वंचित नहीं… बजट पर बिंदुवार चर्चा करते हुए नड्डा ने कहा कि इसमें मध्यम वर्ग का भी पूरा ख्याल रख गया है। सरकार ने देश भर में जो डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर बनाने का प्रस्ताव किया है, उसमें होने वाली सभी जांच समाज के सभी वर्ग के लिए निःशुल्क है। इसके अलावा महिला के गर्भाधान से लेकर उसके बच्चे के बालिग होने तक भी सभी इलाज निःशुल्क हैं। इस लिए यह नहीं कहा जा सकता है कि इसमे मध्यम वर्ग का ख्याल नहीं रखा गया है।

कंप्लीट पैकेज है आयुष्मान भारत… आयुष्मान भारत की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें समाज के सभी वर्गों के सभी बीमारी के सभी स्तर का इंतजाम किया है। बीमारी के प्राथमिक स्तर के लिए वेलनेस सेंटर की व्यवस्था की गई है जहां कई तरह के प्राथमिक जांच हो सकेंगे तो द्वितीय और टर्सरी (तीसरे) लेवल के लिए बीमे की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा टीबी के मरीजों के पोषक आहार के लिए पांच सौ रुपए प्रति महीने का इंतजाम किया गया है। जो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा।

नहीं होगी दवा की कमी… स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया कि सरकार न सिर्फ मेडिकल कॉलेज और वेलनेस सेंटर खोलेगी, बल्कि प्राथमिक स्तर से लेकर टर्सरी स्तर तक दवाओं की उपलब्धता पर भी पूरा जोर देगी। किस सेंटर पर किस दवा की कमी है इसका केंद्र और जिला स्तर पर पता लगाने के लिए सॉफटवेयर तैयार कर लिया गया है। जिसका जल्द ही प्रयोग आरंभ हो जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने पर इस बात पर जोर दिया कि बजट में पेश इन योजनाओं के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

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