पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार शाम एक कमर्शियल बिल्डिंग में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 24 महिलाएं और 5 पुरुष लापता बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा करते हुए मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों और पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हज़ार रुपए के मुआवजे का ऐलान किया। फिलहाल मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। दिल्ली पुलिस ने अस्पताल में शवों की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, जांच के नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि इस घटना के लिए कौन ज़िम्मेदार है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, जांच के नतीजे आने दीजिए। हमने एक हेल्प डेस्क भी लगाया है, परिजनों से संपर्क किया जा रहा है… दिल्ली सरकार की तरफ से मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50-50 हज़ार का मुआवजा दिया जाएगा।
घटना के बाद से ईमारत का मालिक फरार
चार मंजिला इस इमारत का मालिक सबसे ऊपरी मंजिल पर रहता था, जो घटना के बाद से फरार है। पुलिस ने मालिक की पहचान मनीष लाकड़ा के रूप में की है, हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि घटना के वक्त वह इमारत में मौजूद था या नहीं। अभी मालिक कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल उसे पकड़ने के लिए तलाशी जारी है।
घटना के वक्त ज्यादातर लोग इमारत की दूसरी मंजिल पर मौजूद थे। आग सबसे पहले इमारत की पहली मंजिल पर लगी। पहली मंजिल पर एक सीसीटीवी और राउटर बनाने वाली कंपनी मौजूद थी। पुलिस ने इन कंपनी के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है।