नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शैक्षणिक सत्र 2019-20 की दाखिला प्रक्रिया को सरल बनाने की डीयू प्रशासन की योजना पर कॉलेज प्रिंसिपल एकजुट नहीं दिख रहे हैं। डीयू प्रशासन द्वारा प्रातः और सांध्य कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया एक ही समय पर किए जाने से कुछ कॉलेजों के प्रिंसिपल सहमत नहीं है। इस संबंध में प्रिंसिपल्स ने डीयू प्रशासन को पत्र भी लिखा है। उनका कहना है कि चूंकि ज्यादातर प्रातः व सांध्य कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर इस तरह के नहीं हैं कि हजारों की संख्या में आने वाले आवेदकों का सुचारू रूप से प्रबंध कर सकें।
कॉलेजों के पास सीमित संसाधन होते हैं ऐसे में आने वाले छात्रों व उनके अभिभावकों के लिए बैठने की सुविधा के साथ-साथ पानी की व्यवस्था करना व हेल्प डेस्क से उनकी जिज्ञासा को बता पाना कठिन कामों में से एक है। डीयू के कई कॉलेजों के प्रिंसिपल्स का कहना है कि डीयू प्रशासन की तरफ से दाखिला प्रक्रिया को प्रात: लागू करने का निर्देश आया है। लेकिन इसकी समय सीमा तय नहीं है। उनका कहना है कि सांध्य कॉलेेजों में दाखिलों को कुछ घंटे पहले शुरू करने की जरूरत है, ताकि छात्रों को दाखिले में दिक्कत न आए।
ऐसे में हमारी कोशिश होगी कि पहले सांध्य के लिए जो 4 से 7 बजे का समय हुआ करता था उसे घटाकर 2 से 5 या 3 से 6 कर दिया जाए। ताकि प्रातः और सांध्य के बीच समय को लेकर दिक्कतें न आए। ज्ञात हो कि प्रातः कॉलेजों में दाखिले के लिए 9.30 से 1.30 बजे तक का समय होता है।
विंडो को लेकर कन्फ्यूज होंगे छात्र…
कॉलेज प्रिंसिपल्स का कहना है कि एक ही समय पर अगर प्रातः और सांध्य की विंडो खोली जाएंगी तो इससे छात्रों और अभिभावकों में कन्फ्यूजन की स्थिति उत्पन्न होने की संभावनाएं होंगी। हजारों की संख्या में कॉलेज आए छात्र आनन-फानन में यहां-वहां भटकेंगे। बेशक कॉलेज विंडों पर सांध्य व प्रातः का पर्चा चिपकाया गया हो।
डीयू ने क्या किए हैं बदलाव…
इस वर्ष डीयू प्रशासन ने प्रातः और सांध्य कॉलेज की दाखिला प्रक्रिया एक साथ करने को लेकर विचार किया है। इस पर स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य डॉ. रसाल सिंह ने बताया कि मॉर्निंग और ईवनिंग कॉलेज के दाखिले का समय एक ही है। बाकी पूरी प्रक्रिया बिल्कुल अलग है। इससे संबंधित एक पत्र कॉलेजों को भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि मॉर्निंग और ईवनिंग कॉलेज में दाखिला प्रक्रिया एक समय पर होगी। इसके पीछे डीयू प्रशासन का तर्क है कि इससे बाहर से आने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा, जो अपने अभिभावकों के साथ दिल्ली या दिल्ली के बाहर प्रदेशों से दाखिले के लिए आते हैं, वह समय से घर जा सकेंगे।