अगले लोकसभा चुनावों के लिए भले ही एक साल से ज्यादा का वक़्त बचा हुआ है, लेकिन बिखरे विपक्ष को एकजुट करने की तैयारियां अभी से जारी हैं। कांग्रेस, टीएमसी और अन्य दलों के प्रयासों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश में लगे हैं।
सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंगलवार को नीतीश कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता संजय झा भी मौजूद थे।
अरविन्द केजरीवाल से पहले कुमार ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी.राजा से भी उनके पार्टी कार्यालयों में मुलाकात की थी। कुमार का दोपहर में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला से भी मिलने का कार्यक्रम है।
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जदयू नेता सभी विपक्षी दलों को वर्ष 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का संयुक्त मुकाबला करने के लिए एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं और उनका विशेष जोर समाजवादी पृष्टभूमि की पार्टियों को एकसाथ लाने पर है।
पिछले महीने बीजेपी से नाता तोड़ने वाले कुमार ने रविवार को कहा था कि उनका एकमात्र लक्ष्य बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष को एकजुट करना है। कुमार ऐसे समय दिल्ली के दौरे पर आए हैं जब कयास लगाए जा रहे हैं कि वर्ष 2024 में होने वाले चुनाव के लिए वह विपक्ष के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार हो सकते हैं।