फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक मालविंदर सिंह ने कथित तौर पर 2,397 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने वाले रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) कोष गबन मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द कराने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। अपनी गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले उन्होंने गुरुवार को हाई कोर्ट से संपर्क किया था।
पुलिस ने मालविदंर सिंह, उनके भाई शिवेंदर मोहन सिंह और तीन अन्य के लिए 6 दिन का रिमांड मांगा। न्यायमूर्ति बृजेश सेठी ने शुक्रवार को मालविंदर सिंह, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और आरएफएल की दलीलों पर सुनवाई की। दोपहर भोजनावकाश के बाद भी सुनवाई जारी रहेगी। ईओडब्ल्यू और आरएफएल ने याचिका के गुण-दोष पर सवाल उठाए, वहीं मालविंदर सिंह ने मामले में नोटिस जारी करने तथा पुलिस द्वारा शुरू की गई कार्यवाही पर रोक लगाने का आग्रह किया।
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मालविंदर सिंह ने अपनी याचिका में कहा है कि कॉरपोरेट मंत्रालय के अधीन आने वाला गंभीर कपट अन्वेषण कार्यालय (एसएफआईओ) ही उनके खिलाफ फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के आरोपों की जांच कर सकता है। उन्होंने कहा कि मामले में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) की शिकायत पर एसएफआईओ पहले ही जांच कर रहा है और इसलिए ईओडब्ल्यू द्वारा जांच नहीं की जा सकती।