मलयालम महीने ‘वृचिकम’ के पहले दिन 17 नवंबर को शुरू होने वाली दो महीने चलने वाली वार्षिक मंडला-मकरविलाक्कु तीर्थयात्रा के लिए भगवान अय्यप्पा का मंदिर शुक्रवार को शाम पांच बजे खुलेगा। वर्तमान मेलसंथी (मुख्य पुजारी) ए। वी। उन्नीकृष्णन नंपुथिरी भक्तिमय वातावरण में तंत्री (प्रमुख पुजारी) की उपस्थिति में पवित्र स्थल के कपाट खोलेंगे।
मुख्य पुजारी पवित्र स्थल के भीतर लोवर तिरुमट्टम में पवित्र 18-चरणों के सामने एक बड़ आग की जगह (आजी) में आग जलायेंगे, जहां भक्त घी से भरे नारियल जलाते हैं।
नए प्रधान पुजारी एम एन वासुदेवन नम्पुथिरी को श्रीकोविल के सामने शाम छह बजे प्रतिष्ठापित किया जाएगा। मलिकपुराम देवी मंदिर में एम एन नारायणन नम्पुथिरी का नये प्रधान पुजारी के रूप में मस्ताभिषेक किया जाएगा। एम एन वासुदेवन नम्पुथिरी पर‘कलशाभिषेकम’भगवान अयप्पा के‘मूलमंत्र’पर जाने के लिए श्रीकोविल में जाने से पहले मुख्य पुजारी द्वारा आयोजित किया जाएगा।