पश्चिमी दिल्ली : स्थानीय निकायों को प्राकृतिक संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग व संरक्षण करना चाहिए। यह कहना है उपराज्यपाल अनिल बैजल का। शनिवार को पंजाबी बाग में एक टन क्षमता का एक एरोबिक कम्पोस्टर, पांच टन प्रतिदनि क्षमता का एक बायो मिथिनेशन संयंत्र और 100 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता का एक दूषित जल उपचार संयंत्र का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि यह तीनों कदम सही दिशा में उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन 10 हजार टन कचरा निकलता है जो बड़ी चुनौती है। लैंड फिल साइट पर कचरा डालना मुश्किल होता जा रहा है। नई साइट बनाना कठिन है। ऐसे में इनका विकल्प तलाशना होगा। अनिल बैजल ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम अन्य से मिलकर एक वेब प्लेटफाॅम बनाना चाहिए, जिसकी मदद से पर्यावरण और स्वच्छता की दिशा में ठोस काम किया जा सके।
निगम आयुक्त डाॅ. पुनीत कुमार गोयल ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली में चार बायोमिथिनेशन प्लांट, चार एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर और कई दूषित जल उपचार संयंत्र लगाने का फैसला लिया गया है। इनमें से एक बायो मिथिनेशन संयंत्र और एक एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर ने काम शुरू कर दिया है।
बायो मिथिनेशन संयंत्र और एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर प्लग और प्ले माॅडल के हैं और इन्हें किसी भी समय एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक बायो मिथिनेशन संयंत्र की लागत 174 लाख रुपए जबकि एक एरोबिक ड्रम कम्पोस्टर की 36.5 लाख रुपये है।