गुजरात में शराबबंदी क़ानून लागू हैं, लेकिन वहां जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है। अब दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल इन दिनों गुजरात दौरे पर हैं, जहाँ उन्होंने शराबकांड पर बड़ा बयान दिया हैं। केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वह भावनगर में उस अस्पताल का दौरा करेंगे जहां जहरीली शराब के सेवन के बाद बीमार हुए लोगों को भर्ती कराया गया है।
UP Monkeypox : यूपी में मिला मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला
वही, राज्य के बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब के सेवन से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक केजरीवाल सोमवार की शाम को गुजरात पहुंचे और गिर सोमनाथ जिले के सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वह मंगलवार को राजकोट में व्यापारियों को संबोधित करेंगे।
दिल्ली सीएम ने बीजेपी पर बोला हमला
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जहरीली शराब पीने के बाद 23 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं। मैं मरने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और आज भावनगर अस्पताल जाऊंगा।’’ गुजरात में अधिकारियों ने हालांकि, बोटाद जिले में जहरीली शराब के सेवन से सोमवार से अब तक 21 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
बोटाद में पुलिस नियंत्रण कक्ष ने पुष्टि की कि जिले के अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी अहमदाबाद जिले के धंधुका तालुका के पांच लोगों का सोमवार से इलाज हो रहा था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि भावनगर, बोटाद, बरवाला और धंधुका के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में अब भी करीब 30 लोगों का इलाज हो रहा है।
बसपा ने ओपी राजभर के लिए बंद किया दरवाजा, बताया स्वार्थी नेता
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने पहले कहा था कि पुलिस ने बोटाद जिले से तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जो कथित तौर पर नकली देशी शराब बनाने और बेचने में शामिल थे। मामला सोमवार की सुबह तब सामने आया जब बरवाला तालुका के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों की हालत बिगड़ने पर बरवाला और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में उन्हें भर्ती किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक (भावनगर रेंज) अशोक कुमार यादव ने कहा था कि घटना की जांच के लिए और नकली शराब बेचने वाले अवैध कारोबारियों को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा।