भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने मंगलवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार शासन और विकास के हर मोर्चे पर विफल रही है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी की जीवन रेखा यमुना नदी की सफाई में यह पूरी तरह विफल रही है।
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘यह वाकई शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल यमुना को पवित्र नदी कहते हैं, लेकिन पिछले आठ साल की सत्ता में यमुना के लिए कुछ नहीं किया। दिल्ली सरकार के सभी संबंधित विभाग चाहे वह दिल्ली जल बोर्ड हो, बाढ़ और सिंचाई विभाग हो या पीडब्ल्यूडी, यमुना में प्रदूषक पदार्थो के गिरने को रोकने के बजाय इसे हर गुजरते दिन के साथ बढ़ने दिया है। डीजेबी अपेक्षित संख्या में एसटीपी स्थापित करने में विफल रहा है, जबकि पीडब्ल्यूडी अपने नालों से ठोस प्रदूषकों को हटाने में विफल रहा है। बाढ़ एवं सिंचाई विभाग ने यमुना के बाढ़ क्षेत्र के किनारों को भी साफ नहीं रखकर दिल्लीवासियों को निराश किया है।’
उन्होंने कहा, स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि इसने एनजीटी को दिल्ली के उपराज्यपाल के अधीन यमुना नदी की सफाई के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे मुख्यमंत्री को दूर रखा जा सके।
सचदेवा ने कहा कि सोमवार को एक उच्चस्तरीय समिति के गठन के एनजीटी के आदेश के बाद मुख्यमंत्री को यमुना को साफ करने और उसमें गिरने वाले नालों का प्रबंधन करने में उनकी सरकार की विफलता पर दिल्ली के लोगों को जवाब देना है।