नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन की आम आदमी पार्टी की पोल खोल अभियान के तहत दूसरे दिन कांग्रेस की दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे हारुन यूसुफ ने पिछले 3 वर्षों में दिल्ली में बिगड़ी परिवहन व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए। हारुन यूसुफ ने बताया कि किस प्रकार केजरीवाल सरकार ने परिवहन व्यवस्था में और सुधार करने की बजाए कांग्रेस द्वारा स्थापित परिवहन व्यवस्था को कैसे बर्बाद किया है और परिवहन व्यवस्था को लेकर उनके किए गए वायदे किस प्रकार झूठे साबित हुए है। हारुन यूसुफ ने कहा कि दिल्ली की बहुत ज्यादा आबादी डीटीसी बसों का इस्तेमाल एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए करती है, और आज डीटीसी आईसीयू में है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल यानि 2013-14 में जहां डीटीसी के बेड़े में 5223 बसें थी, वे अगस्त 2017 में घटकर 3951 रह गई अर्थात 1273 बसे डीटीसी के बेड़े से हटा दी गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली देहात में चलने वाली स्टैंडर्ड फ्लोर बसों में 173 बसों की कमी आई है। इसी प्रकार कांग्रेस के कार्यकाल 2013-14 में डीटीसी से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या तकरीबन 159 करोड़ थी जो कि 2015-16 में कम होकर 129 करोड़ रह गई और औसतन 8.88 प्रतिशत प्रतिवर्ष दर की कमी हो रही है। हारुन यूसुफ ने कहा कि मेट्रो किराया वृद्धि पर केजरीवाल द्वारा की गई राजनीति को उजागर करते हुए कहा कि एक ही वर्ष में उन्होंने 2 बार किराए में बढ़ोतरी की जबकि कांग्रेस के पूरे कार्यकाल में केवल 2 बार किराया बढ़ाया गया।
किराया बढ़ोतरी के कारण जहां मई 2017 में मेट्रो से 26.5 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा करते थे वह अक्टूबर 2017 में घटकर 25.7 लाख प्रतिदिन रह गई अर्थात 0.8 लाख यात्री प्रतिदिन कम हुए। हारुन यूसुफ ने मेट्रो किराया की वृद्धि को लेकर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा छीटाकशी की राजनीति पर व्यंग कसते हुए कहा कि बड़ी अजीब बात है कि मेट्रो की फेयर फिक्सेशन कमेटी में दोनों सरकारों ने किराया बढ़ोतरी का फैसला लिया और फिर इस मुद्दे पर राजनीति की।
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