नई दिल्ली : दिल्ली के चल रही सीलिंग को देखते हुए शनिवार को बुलाया गया दिल्ली के तीनों नगर निगमों का संयुक्त सत्र हंगामे की भेट चढ़ गया। हालांकि हंमागे के बीच सत्तापक्ष धारा 74 के तहत लाए गए प्रस्ताव को पास करवाने में सफल रहे। दरअसल, सदन की शुरुआत होते ही आप पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान भाजपा पार्षद सीलिंग पर चर्चा करते रहे। भाजपा पार्षदों ने चर्चा के दौरान कहा कि पिछले तीन वर्षों से आप सरकार इस मामले पर चुप बैठी हुई है। यदि वह समय पर अनधिकृत कॉलोनियों का सर्वे किया जाता तो सीलिंग की समस्या रूक सकती थी।
एजेंडा पढ़ने का दिया था समय… दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर कमलजीत सहरावत ने कहा कि सदन शुरू होने से पहले आम आदमी पार्टी के पार्षदों को एजेंडा पढ़ने के लिए दिया गया था। यदि उन्हें इनमें किसी प्रकार की कमी दिखाई देती तो वह समय रहते इसमें बदलाव कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करने से भाग गए। उन्होंने कहा कि आप पार्षदों ने सदन में विरोध-प्रदर्शन कर केवल समय ही खराब किया है। बेहतर होता कि इस मुद्दे पर चर्चा करते।
विरोध के साथ किया प्रस्ताव का समर्थन
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि मेयर द्वारा लाए गए प्रस्ताव में वर्ष 2007 के मामले को लेकर उनका विरोध है, लेकिन व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। गोयल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में बेहतर कार्य कर दिल्ली के व्यापारियों को सीलिंग से राहत दिलवाई थी। लेकिन भाजपा ने अपने शासन काल में कुछ नहीं किया। केंद्र में भाजपा को चार साल हो गए वहीं निगम में लंबे समय से हैं। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया वहीं आप की दिल्ली सरकार भी इस मामले पर चुप बैठी रही।
शराब पीकर पहुंचा पार्षद
सदन में शनिवार को एक पार्षद शराब पीकर पहुंच गया। हालांकि अभी उसकी पहचान नहीं हो पाई है। इस संबंध में मेयर कमलजीत सिंह सहरावत ने कहा कि कुछ पार्षदों ने शिकायत की थी कि कोई शराब पीकर आया था और उसने गलत हरकत की। उन्होंने कहा कि तीनों मेयर ने उक्त की जांच का आदेश दिश है। सभी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसे नियम के तहत सजा भी देंगे।
आप पार्षदों का हंगामा
सदन के दौरान सातों सांसदों की गैरमौजूदगी पर आप पार्षदों ने हंगामा किया। पार्षदों ने कहा कि इस गंभीर मामले में सांसदों को आना चाहिए था। वहीं, मेयर कलजीत सहरावत ने कहा कि सांसद इस मुद्दे को संसद में रखेंगे।
सीलिंग को लेकर विजय गोयल ने एलजी को लिखा पत्र
दिल्ली में सीलिंग बीजेपी की भी गले की फांस बन गई है। बीजेपी खुद भी इससे निपटने के उपाय तलाश रही है। सीलिंग को लेकर शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री विजय गोयल ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि दिल्ली में सीलिग तुरंत रूकनी चाहिए। इस मामले में उपराज्यपाल को मुख्यमंत्री, तीनों निगम, एनडीएमसी, को तलब कर दिल्ली में चल रहे अवैध निर्माण पर तुरंत कड़ा फैसला लेने को कहा। विजय गोयल का कहना है कि एक तरफ तो दिल्ली में सीलिंग की मार पड़ रही है दूसरी तरफ अवैध निर्माण भी धड़ल्ले से चल रहे है।
तो इसके लिए प्रावधान ये हो कि मॉनिटरिंग कमिटी या कोई भी एजेंसी इमारत को सील तब करें जब उस अवैध के लिए जिम्मेवार जेई और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हो। ये कहां का न्याय है कि एक तरफ तो अवैध निर्माण सील हो रहे हैं और दूसरी तरफ तेज़ी से अवैध निर्माण जारी है। इसके लिए नियम कड़े होने चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने पत्र में कहा कि पहले दिल्ली में ये तय कर लिया जाए कि कौन-कौन सी सड़कें कमर्शियल है कौन सी सड़कें रेजिडेंशियल है और उसके बाद कन्वर्जन चार्ज पर बात हो।
सीलिंग के मुद्दे पर आप ने मांगा एलजी से समय
आप विधायकों ने सीलिंग के मुद्दे पर उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने एलजी को पत्र लिखकर कहा है कि सोमवार को सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा कर व्यापारियों को राहत देने के लिए उसके समाधान पर सार्थक चर्चा की जा सकती है। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में इस वक्त व्यापारियों पर सीलिंग का हथौड़ा चलाकर उनके काम-धंधों को ख़त्म किया जा रहा है, भाजपा इस पूरे मुद्दे पर लगातार व्यापारियों से झूठ बोल रही है जबकि सीलिंग का समाधान भाजपा शासित एमसीडी और उनकी ही केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।
अधिक जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करें।