मुंबई से जयपुर जाने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट में आज कई यात्रियों की नाक व कान से खून बहने लगा। जिसके बाद पांच यात्रियों को सुनाई देने में थोड़ी सी दिक्कत हो रही है। नाक-कान से रक्त स्राव के बाद यात्रियों का हवाईअड्डे पर ही इलाज किया गया। उनमें से पांच को विले पार्ले स्थित डॉक्टर बालाभाई नानावती अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल के मुख्य परिचालन अधिकारी राजेन्द्र पाटनकर ने बताया कि ईएनटी डॉक्टरों ने पांचों यात्रियों की प्राथमिक जांच की है। हवा के दबाव (केबिन प्रेशर) में बदलाव से प्रभावित होने के चलते उन्हें सुनाई देने में दिक्कत आ रही है।
पाटनकर ने यहां संवाददाताओं को बताया कि ये पांचों लोग पुरूष हैं। इन सभी को सुनने में हल्की दिक्कत आ रही है। यह परेशानी अस्थाई है और इसे ठीक होने में एक सप्ताह से 10 दिन का समय लगेगा। उन्होंने कहा, सभी को निगरानी में रखा गया है। सबकी हालत स्थिर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। उनकी जरूरी जांच की जा रही है। इस घटना के पीछे फ्लाइट के क्रू मेम्बर की बड़ी गलती और लापरवाही सामने आई है। असल में क्रू मेंबर केबिन प्रेशर मेंटेन करने वाले स्विच को दबाना ही भूल गए थे, जिसके चलते विमान के ऊंचाई पर पहुंचने से लोग हवा की कमी महसूस करने लगे।
देखते ही देखते कुछ लोगों के नाक और कान से ब्लीडिंग होने लगी, जबकि तमाम लोग ऐसे थे, जिन्हें सिर दर्द होने लगा। फ्लाइट टेकऑफ के तुरंत बाद वापस मुंबई लैंड करना पड़ा। फ्लाइट में करीब 166 यात्री सवार थे। क्रू मेंबर्स की इस गलत के कारण ही करीब 30 यात्रियों के नाक और कान से खून निकलने लगा था। इसके अलावा कई यात्रियों को सिर दर्द की भी शिकायत है। सभी का इलाज मुंबई के एयरपोर्ट पर चल रहा है। बता दें कि जेट एयरवेज का B737 की 9W 697 फ्लाइट मुंबई से जयपुर के लिए रवाना हो रही थी। जिस दौरान केबिन क्रू वो स्विच ही ऑन करना भूल गया, जिससे ऑक्सीज़न मेंटेन नहीं हो पाया।
हादसे के बाद DGCA ने क्रू-मेंबर्स को रोस्टर से हटा दिया है। साथ ही दो पायलटों को भी हटा दिया गया है। इस हादसे के बाद जेट एयरवेज की ओर से बयान जारी कर दिया गया है। जेट एयरवेज़ का कहना है कि हादसे के बाद फ्लाइट को मुंबई वापस लाया गया है, इस दौरान फ्लाइट में 166 यात्री, 5 क्रू मेंबर्स मौजूद थे। जिन यात्रियों को तकलीफ हुई है उनका इलाज करवाया जा रहा है। जेट एयरवेज ने कहा है कि जो क्रू मेंबर्स इस फ्लाइट में थे, उन्हें रोस्टर से हटा दिया गया है। जब तक इस मामले की पूरी जांच नहीं हो जाती वे सभी ऑफ रोस्टर ही रहेंगे। सभी यात्रियों के लिए दूसरी फ्लाइट का बंदोबस्त किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन के महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने तफ्तीश शुरू कर दी है।