दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को पुलिस पर उन्हें जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया। मालीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बलात्कार के आरोपियों को दोषसिद्धि के छह महीने के अंदर फांसी देने की भी मांग की।
मालीवाल को मंगलवार सुबह बलात्कार की हाल की वारदातों के विरोध में भूख हड़ताल शुरू करनी थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने वहां अवरोधक लगा दिए और तंबू लगाने की अनुमति नहीं दी। मालीवाल ने बताया कि पुलिस कह रही है कि उनके पास ऊपर से आदेश हैं कि हम उन्हें भूख हड़ताल पर न बैठने दें। मैं अपराधी नहीं हूं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली पुलिस सहयोग नहीं कर रही है। दिल्ली पुलिस ने हालांकि कहा कि उसने प्रदर्शन की मांग ठुकराई नहीं है।
मामले को स्पष्ट करने की मांग करते हुए पुलिस ने कहा कि डीसीडब्ल्यू को पत्र लिख प्रदर्शन का विवरण, परिवहन के साधन, माइक्रोफोन के प्रबंध और इसमें शामिल होने वाले प्रदर्शनकारियों की संख्या के संबंध में जानकारी मांगी है। साथ ही उस हलफनामे की एक प्रति भी मांगी है जिसे सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार भरा जाना होता है। उन्होंने बताया कि विवरण का इंतजार किया जा रहा है।
इस बीच, मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख बलात्कारियों को दोषसिद्धी के छह महीने के भीतर फांसी देने की मांग की। डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने कहा कि कानून का क्रियान्वित आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस बल को बढ़ाने और उनकी जवाबदेही तय करने की मांग की।