प्रयागराज महाकुंभ अपने समापन की ओर बढ़ रहा है, और इसी के साथ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम तट पर उमड़ रही है। इसके चलते नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ का दबाव बढ़ गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया है।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ के अंतिम दिनों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हालात
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था – स्टेशन पर अचानक अधिक भीड़ जमा होने से भगदड़ जैसे हालात बने।
रेलवे का खंडन – रेलवे अधिकारियों ने भगदड़ की खबरों को गलत बताया, हालांकि अव्यवस्था की बात से इनकार नहीं किया गया। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि भगदड़ नहीं मची, लेकिन भीड़ अत्यधिक हो गई थी। दो ट्रेनों के देरी से चलने के कारण यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ी – दम घुटने की वजह से चार महिला श्रद्धालु बेहोश हो गईं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घायलों की संख्या – इस घटना में घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस की टीम तैनात – रेलवे और दिल्ली पुलिस की टीम स्टेशनों पर तैनात की गई।
फायर टेंडर्स और एंबुलेंस तैनात – प्लेटफार्म 12 से 16 तक भारी भीड़ के कारण फायर टेंडर्स और एंबुलेंस तैनात किए गए।
महाकुंभ में भीड़ और सुरक्षा इंतजाम
– अब तक 51.47 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।
– 15 फरवरी को ही 1.36 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।
– सेक्टर 18-19 में आग लगने की घटना सामने आई, हालांकि जल्द काबू पा लिया गया।
– बढ़ती भीड़ को देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र को ‘नो व्हीकल ज़ोन’ घोषित किया गया।
– 15-16 फरवरी को सभी वाहनों का प्रवेश बंद, सिर्फ आपातकालीन सेवाओं को अनुमति दी गई।