Farmer Protest Live : उत्तर प्रदेश के कई किसान संगठन आज संसद का घेराव करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में दाखिल हो चुके हैं। चार से पांच हजार किसानों के दिल्ली मार्च के कारण जगह-जगह ट्रैफिक जाम हो गया है। नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास लंबा जमा लगा है। महामाया फ्लाईओवर, चिल्ला बॉर्डर, दिल्ली-नोएडा बॉर्डर, नोएडा के डीएनडी फ्लाईवे पर लंबा जाम लगा है। इन रूट पर चार से पांच किलोमीटर का लंबा जाम लग गया है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। कई रूट को डायवर्ट किया है। बता दें, किसानों के मार्च के मद्देनजर नोएडा में धारा-163 लगाई गई है। दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की गई है। इतना ही नहीं ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सीनियर अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
नोएडा-दिल्ली बॉर्डर की सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग
ट्रैफिक पुलिस द्वारा नोएडा-दिल्ली बॉर्डर से जुड़ी सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग की है। इन सड़कों पर गाड़ियों की पूरी जांच के बाद आने-जाने की इजाजत दी जा रही है। ऐसे में दिल्ली-नोएडा-दिल्ली रूट पर जाम जैसी स्थिति बनी है। मेन सड़कों पर जाम लगने के बाद अन्य सड़कों से निकलने की कोशिश में लिंक रोड पर भी लंबा जाम लग गया, जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस-प्रशासन के दावे
नोएडा के जॉइंट एसपी शिवहरि मीना का कहना है कि किसानों द्वारा दिल्ली कूच के आह्वान के लिए किसानों के साथ बातचीत जारी है। कल भी 3 घंटे बातचीत की थी। उन्होंने बताया कि थ्री लेयर सिक्योरिटी प्लान बनाया गया है। इसके तहत 5 हजार कर्मचारी अलग-अलग रूट पर वाहन चेकिंग कर रहे हैं। करीब 1000 पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा वाटर कैनन, टियर गैस स्क्वॉड और अन्य अनुशासनिक शाखाएं सुरक्षा व्यवस्था को तैनात हैं।
कानून व्यवस्था कायम रखने के प्रयास : दिल्ली डीसीपी
दिल्ली डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि सदन सत्र के दौरान किसानों को नई दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है। हमने उन्हें रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि दिल्ली में कानून व्यवस्था कायम रहे। ट्रैफिक की समस्या नहीं आए। आम जनता को परेशानी न आए। हम नोएडा पुलिस के संपर्क में हैं। उनके साथ अच्छा समन्वय है।
आज के प्रदर्शन में ये संगठन शामिल
भाकियू टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति, भारतीय किसान परिषद, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान एकता परिषद, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, जवान जय किसान मोर्चा, सिस्टम सुधार संगठन आगरा। इसका नेतृत्व भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा और भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पवन खटना कर रहे हैं।