बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार इन दिनों 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एक करने में लगे है लेकिन नए को बनाते हुए कुछ पुराने छूट गए। बिहार सरकार के सहयोगी दल हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। और आज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और हम के प्रमुख संतोष सुमन ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
हम प्रमुख ने कहा विकल्प खुले
हम के समर्थन वापस लेने की घोषणा के दो दिन बाद शाह के साथ बैठक हुई। मांझी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने बिहार में सत्ता पर शासित गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेते हुए राज्य के राज्य पाल को पत्र सौंपा है। मांझी के पुत्र संतोष सुमन ने समर्थन वापस लेने के बाद कहा था उनके विकल्प खुले है और वो दिल्ली जांएंगे। उन्होंने कहा अगर एनडीए हमसे संपर्क करता है तो हम उनसे बात करेंगे। हम तीसरे मोर्चे की संभावनाएं भी तलाशेंगे तीन-चार दिनों के बाद हम लोगों को अपने अंतिम फैसले के बारे में सूचित करेंगे।
हम पार्टी के चार विधायक
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में जीतन राम मांझी की हम पार्टी के चार विधायक है। हम के ये कदम 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक से कुछ दिन पहले आया है,जिसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कई राज्यों का दौरा भी कर चुके है। इस बैठक में 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर कई अहम नीतियां बनाई जा सकती है।