नई दिल्ली : आज जब दुनिया में सभ्यताओं के बीच टकराव की बात होती है, धर्मों के बीच नफरत बढ़ रही है। जाति, पंथ और रंग के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है। ऐसे में गुरु नानक देव जी की शिक्षा आज की आधुनिक दुनिया में और अधिक प्रासंगिक हो जाती है। यह कहना है उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का। गुरु नानक देव जी के 550वीं जयंती पर के अवसर पर की तीन भाषाओं में प्रकाशित पुस्तक का विमाचन करते हुए उन्होंने कहा कि उनका संदेश शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण दुनिया के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
मुझे उम्मीद है कि यह पुस्तक उद्देश्य की पूर्ति करेगी और समाज को बड़े पैमाने पर लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने सत्य, आध्यात्मिक जीवन के नए तरीके का प्रचार किया, लेकिन साथ ही साथ राज्य और सम्राटों को गलत कामों के लिए चुनौती देने से दूर नहीं रहे। अपनी शिक्षाओं के माध्यम से गुरु नानक देव जी हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के बीच इतने लोकप्रिय हो गए थे कि वे दोनों गुरु नानक देव जी को उनमें से एक होने का दावा करते थे।
बता दें कि पंजाबी अकादमी ने गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं पर एक पुस्तिका तैयार की है जो पंजाबी, हिन्दी और अंग्रेजी में प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि इस पुस्तक में रंगीन चित्र और कहानियों के साथ गुरु नानक देव जी के उपदेश और संदेश होंगे। 35 पृष्ठों की इस पुस्तिका में गुरु नानक देव जी के जीवन का वर्णन होगा।