नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के 71वें स्थापना दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस के शहीद राहत कोष में पांच करोड़ रुपए की सहायता राशि का अनुदान दिया है। शुक्रवार को न्यू पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और परेड के अवसर पर सलामी ली। उन्होंने अनुदान राशि की घोषणा करते हुए दिल्ली पुलिस को कुछ सुझाव भी दिए तो वहीं सालभर के बेहतर कामों के लिए महकमे की पीठ थपथपाई।
हां, राजधानी के यातायात से गृहमंत्री भी कुछ परेशान दिखे, जिसके कारण उन्होंने सुझाव दिया कि दिल्ली यातायात पुलिस चालान काटने से ज्यादा यातायात को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करे। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि दिल्ली में अपराध पर काबू पाना काफी चुनौती भरा है, लेकिन दिल्ली पुलिस हर चुनौती का सामना सहज और सरल तरीके से कर सकती है। अपराध पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस अधिक कोशिश करेगी, जिससे अपराधमुक्त माहौल हो सके। पुलिस रणनीतिक तरीके से अपना काम करे, जिससे डॉन को पकड़ना नामुमकिन नहीं, आसान हो जाए।
उन्होंने कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दिनों संदिग्ध आतंकी जुनैद को गिरफ्तार करके पुलिस ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है तो वहीं गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले बच्चे के अपहरण के मामले में भी पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पद्मावत फिल्म के दौरान भी दिल्ली में कोई भी अप्रत्याशित घटना सामने नहीं आई, जिसके लिए दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ की जानी चाहिए। क़ई पूर्व अधिकारी आएं। उन्होंने थानों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का एक सुझाव देते हुए कहा कि साल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले दस पुलिस थानों का चयन किया जाए, जिसमें से तीन को सम्मानित किया जा सके।
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