दिल्ली विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम के समापन पर विजेंद्र गुप्ता ने ‘बेस्ट एमएलए ऑफ द ईयर’ पुरस्कार की घोषणा की। यह पुरस्कार उत्कृष्ट विधायी प्रदर्शन को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधायकों के लिए एक नए पुरस्कार की घोषणा की है। उन्होंने सदन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विधायक के लिए ‘ बेस्ट एमएलए ऑफ द ईयर’ पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि यह वार्षिक पुरस्कार उत्कृष्ट विधायी प्रदर्शन को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
ऐसे मिलेगा अवॉर्ड
विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवॉर्ड जीतने के लिए जरूरी मानदंड भी तय किए हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए संसदीय बहस में उत्कृष्ट योगदान, सदन में उपस्थिति रिकॉर्ड तथा सदन में अनुशासन और मर्यादा बनाए रखना जरूरी होगा। पुरस्कार को शुरू करने के उद्देश्य के बारे में उन्होंने कहा, यह पुरस्कार विधायकों को संसदीय आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने और सार्थक विधायी चर्चा में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने आगे कहा कि इस पुरस्कार के माध्यम से विधायक अपने कार्य में अधिक मेहनत करेंगे और जनता के हित में बेहतर नीतियां बनाएंगे।
पिछली सरकार में विधानसभा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विधायकों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता था, लेकिन अब यह परंपरा बदली जा रही है।
हमने निर्णय लिया है कि हर वर्ष सदन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विधायक को ‘Best MLA of The Year’ के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। pic.twitter.com/a7amZ846zH
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) March 19, 2025
विधायकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम
दिल्ली विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम के समापन के मौके पर उन्होंने इस पुरस्कार की जानकारी दी। इस प्रशिक्षण सत्र में संसदीय कार्यों के विशेषज्ञों द्वारा विधायकों को विधायी प्रक्रियाओं, सदन की मर्यादा एवं उनके कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने कहा कि यह दिल्ली विधानसभा को ‘आदर्श विधानसभा’ बनाने की दिशा में एक कदम है, जो लोकतांत्रिक शासन में नए मानक स्थापित करेगा। इससे पहले मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष और विधायकों से दिल्ली विधानसभा को ‘आदर्श’ विधानसभा के रूप में विकसित करने का आह्वान किया था।