दिल्ली के लोग अभी कुछ दिन पहले बढ़ रहे यमुना जलस्तर से अभी तक निजात पा नहीं पाएं हैं की एक बार फिरसे से दिल्ली वासियों को मुश्किलों में डालने के लिए बाढ़ का प्रलय नज़र आने वाला है. बता दें की हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया करीब साढ़े 5 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली की ओर छोड़ा गया है. जिसकी वजह से दिल्ली के निचले इलाकों की तरफ हाई अलर्ट जारी किया गया है. बता दें की इस बार दिल्ली में पिछली बार से भी ज्यादा हालत बुरी होने की आशंका जताई जा रही है. जहां दिल्ली वासियों को फिरसे मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही 10 दिनों तक के लिए हाई अलर्ट भी जारी किया है.
प्रशासन ने कहा-यमुना से रहें दूर
21 जुलाई के दिन यमुना के इस तरह लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने खतरे के निशान को भी पार कर लिया. फिलहाल आज सुबह 9 बजे तक जलस्तर खतरे के निशाँ से नीचे फिरसे ये बढ़ने वाला है. क्योंकि आज ही हथिनी कुंड से सुबह-सुबह 9 बजे 1 लाख 47 हजार क्यूसेक फिर 10 बजे 2 लाख 9 हजार क्यूसेक और 11 बजे 2 लाख 23 हजार क्यूसेक का पानी छोड़ा गया जो की करीबन साढ़े 5 लाख का बताया जा रहा है. दिल्ली एनसीआर के लोगों को प्रशासन ने यमुना नदी से दूर रहने की हिदायत दी है.
गाज़ियाबाद में दिखी बाढ़ जैसी हालत
गाज़ियाबाद में भी बाढ़ जैसी हालत हो गयी है. बता दें की गाज़िबाद में मौजूद हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने से सिटी फॉरेस्ट कॉलोनी ,कृष्ण गौशाला कॉलोनी, करेड़ कॉलोनी में जलभराव को देखा जा सकता है. जिस वजह से स्थानीय लोगों से सरकार से रहत और बचाव के लिए NDRF की टीम भेजने को कहा है. हिंडन नदी के किनारे रहने वाले लोगों को उच्च स्थान पर कहा गया है साथ ही डरने वाली बात तो ये है की हिंडन बैराज पर खतरे का निशान 205.80 मीटर तक है.