देश के कई राज्यों में आई फ्लू का कहर बढता जा रहा है आई फ्लू सबसे ज्यादा बच्चो को हो रहा है इसलिए कई स्कूलों को बंद किया जा रहा है। स्कूल में जाने वाले बच्चों को आई फ्लू अपनी चपेट में ले रहा है। बीते सालों की तुलना में कई गुना अधिक केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
एम्स की रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा
इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि आई फ्लू इतनी तेजी से क्यो बड़ रहा है। इस सवाल के जवाब की बात करें तो एम्स नई दिल्ली की रिसर्च में पता चला है कि एडिनोवायरस की वजह से आई फ्लू के मामलों में इतना इजाफा हो रहा है। एडिनोवायरस काफी खतरनाक होता है। इसकी वजह से आंखें लाल हो जाती है और इंफेक्शन भी होता है। ये वायरस लंग्स पर भी असर डालता है।
80 फीसदी मरीजों में एडिनोवायरस मिला
एम्स की रिसर्च में आई फ्लू के 80 फीसदी मरीजों में एडिनोवायरस मिला है। ये वायरस आंखों में इंफेक्शन कर देता है और कमजोर इम्यूनिटी वालों को आसानी से शिकार बनाता है। एडिनोवायरस की वजह से लक्षण गंभीर भी हो सकते हैं।
आंखों के अलावा लंग्स को हो रहा नुकसान
ये वायरस आंखों के अलावा लंग्स को भी नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि ये नया नहीं है लेकिन इस बार यह लोगों की आंखों पर अटैक कर रहा है। देशभर में हुई बारिश की वजह से तापमान में बढ़ी नमी की वजह से यह वायरस काफी एक्टिव हो गया है। इस कारण ही आई फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं।
इमरजेंसी हर दिन आ रहे 100 से अधिक मरीज
डॉ. जे.एस तितियाल के मुताबिक विभाग में आने वाले आई फ्लू के मरीजों के सैंपल लिए गए थे। इसमें यह पता लगाया गया था कि आई फ्लू फैलाने वाले वायरस के स्ट्रेन में कोई बदलाव तो नहीं हो गया है। जांच में पता चला है कि 80 फीसदी मरीज एडिनोवायरस से संक्रमित हैं।बाकी मरीजों में बैक्टीरियल इंफेक्शन मिला है। उनका कहना है कि विभाग की ओपीडी और इमरजेंसी में रोज मरीज आ रहे हैं। इमरजेंसी में बीते दिन 100 से अधिक मरीज आए थे। लोगों को सलाह दी जा रही है कि आई फ्लू के लक्षण दिखने पर सावधानी बरतें।
हर नए दिन के साथ केस बढ़ रहे
इस वायरस का कहर इतना ज्याह बड़ रहा है कि दिल्ली के लोकनायक अस्पताल, जीटीबी, संजय गांधी अस्पताल सहित एम्स की ओपीडी में हर दिन 100 से ज्यादा आई फ्लू के मामले आ रहे हैं। आई फ्लू की बीमारी सभी उम्र के लोगों को संक्रमित कर रही है। हर नए दिन के साथ केस बढ़ रहे हैं।
आई फ्लू से बचने के उपाय
वहीं इससे बचने के उपाय को लेकर सर गंगाराम हॉस्पिटल में आई डिपार्टमेंट के एचओडी प्रोफेसर डॉ. एके ग्रोवर का कहना है कि आई फ्लू से बचाव के लिए कई सावधानियां बरतनी चाहिए। संक्रमित व्यक्ति के रुमाल और तौलिया को न छूएं. समय समय पर अपने हाथ धोते रहें। आंखों को बार-बार न छूएं। दिन में दो से चार बार आंखों को धोते रहें। अगर आंखों से पानी आ रहा है तो खुद से इलाज न करें। इस मामले में डॉक्टर से सलाह लें।