नई दिल्ली : दिल्ली में रहने वाले 80 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्र तक जाने की जरूरत नहीं। बल्कि मतदान केंद्र उनके पास तक खुद चलकर जाएगा। दरअसल चुनाव आयोग ने पहली बार बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान करने की व्यवस्था की है।
जिसके तहत दिल्ली के लाखों मतदाताओं को सुविधा मिलेगी। इस संबंध में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि दिल्ली में 80 वर्ष से ऊपर दो लाख पांच हजार 35 मतदाता हैं। 18 जनवरी 2019 को यह संख्या एक लाख 83 हजार 579 थी, जिसमें 21 हजार 456 बुजुर्ग की संख्या बढ़ गई है।
वहीं दिल्ली में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 55823 है। उन्होंने कहा कि नियम के तहत यह वोटर आसानी से अपना वोट डाल सकेंगे। हमारा प्रयास है कि सभी मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें, इसके लिए नियम के तहत जो भी संभव होगा किया जाएगा।
100 फीसदी वोट की उम्मीद
चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पोस्टल बैलेट के माध्यम से होने वाली वोटिंग के बाद हमें उम्मीद है कि इस बार 100 फीसदी वोटिंग हो सकती है। उन्होंने कहा कि आयोग का प्रयास है कि सभी दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक मतदाताओं तक पहुंच बनाए।
दिव्यांग बोले, मतदान करना था चुनौती
दिव्यांग मतदाताओं का कहना है कि चुनाव में वोट डालना किसी चुनौती से कम नहीं होता था। पहले घर से पोलिंग स्टेशन तक जाना और फिर वहां लाइन के अंदर तक जाने में बड़ी समस्या होती थी। हालांकि चुनाव आयोग के तरफ से व्यवस्था होती थी लेकिन अधिकतर लोग परेशानी को देखते हुए वोट करने ही नहीं जाते थे।
नई व्यवस्था में लोग आसानी से मतदान कर सकेंगे। वहीं बुजुर्गों का कहना है कि पहले वोट करने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। यदि कोई साथ ले गया तो ठीक नहीं तो वोट ही नहीं डाल पाते थे। बुजुर्गों का कहना है कि पोस्टल बैलेट की मदद से वोट डालने के बाद आसानी से वोट कर सकेंगे।