हरिद्वार : मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि सुप्रीम के आदेशानुसार डा. विजय वर्मा सहित दस लोगों का दल स्वामी सानंद के दर्शन के लिए एम्स गया तो एम्स प्रबंधन ने उन्हें स्वामी सानंद के दर्शन करने नहीं दिए। जिस कारण उनके समर्थकों की आस्था को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि एम्स प्रबंधन सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं कर रहा है। अब वह एम्स पर भी मुकदमा करेंगे। स्वामी शिवानंद मातृसदन में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी सानंद के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए दस लोगों के दल को अनुमति दी थी। आदेश के अनुपालन में रविवार की सुबह डा. विजय वर्मा के नेतृत्व में एक दल एम्स गया। तो एम्स प्रबंधन ने यह कहकर दल को स्वामी सानंद के पार्थिव शरीर के दर्शन करने नहीं दिए कि उन्होंने अभी स्वामी सानंद के दर्शन कराने के लिए तैयारी पूरी नहीं की है।
स्वामी शिवानंद ने कहा कि वह सानंद के समर्थकों की संख्या निर्धारित नहीं कर सकते और न ही वह यह निर्धारित कर सकते हैं कि कौन स्वामी सानंद के दर्शन के लिए एम्स जाएगा। यदि उन्होंने निर्धारण किया तो जो समर्थक दर्शन करने से वंचित रह जाएंगे, वो उनसे नाराज होंगे और उनकी आस्था को भी ठेस पहुंच सकती है। शिवानंद ने कहा कि इसलिए वह भी स्वामी सानंद के दर्शन के लिए एम्स नहीं जाएंगे और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना करने पर एम्स के खिलाफ मुकदमा करेंगे।
स्वामी सानंद के अंतिम दर्शन की इजाजत
– संजय चौहान