बिन मौसम बरसात तो सुना होगा लेकिन बारिश बाढ़ ये दिल्ली में देखने को मिल रहा है। दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश के बाद नदिया उफान पर है। दिल्ली में यमुना नदी घरो तक घुस गई। जिसके बाद दिल्ली पानी – पानी हो गई परेशनी इतनी की लोगो को अपने घर छोड़ कर सड़को के राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी।इतने दिनों के बाद यमुना में पानी की गिरावट के दिल्ली वासियो को कुछ राहत मिली थी लेकिन अब भी एक बार यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
सुबह 10:00 बजे यह 205.83 मीटर दर्ज
गुरुवार शाम चार बजे यमुना नदी का जलस्तर 205.98 मीटर के स्तर पर दर्ज किया गया। अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले दिन में सुबह 10:00 बजे यह 205.83 मीटर दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है। एनसीआर में, हिंडन नदी में भी जल स्तर में वृद्धि देखी गई, जिससे नोएडा के कई निचले इलाकों और बाढ़ के मैदानों में बाढ़ आ गई। दृश्यों से पता चला कि इकोटेक 3 के पास का क्षेत्र बढ़े हुए जल स्तर के कारण जलमग्न हो गया, जिसके कारण कई वाहन पानी में फंस गए।
शाम 7 बजे स्तर 205.32 मीटर दर्ज
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया, शाम 7 बजे स्तर 205.32 मीटर दर्ज किया गया। जल स्तर में वृद्धि चिंता का विषय है क्योंकि इससे राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।13 जुलाई को 208.66 मीटर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से नदी का जल स्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास मंडरा रहा था।