राजधानी दिल्ली में बारिश और बाढ़ से हालात काफी खराब हो गए है।इन सब के बीच राहत की बात यह है कि यमुना का जल स्तर कल की तुलना में कुछ कम हो गया है, लेकिन हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी आने का सिलसिला अब भी जारी है। इस दौरान यमुना में जल स्तर बढ़ने से केवल जनजीवन नहीं बल्कि दिल्ली के कारोबार को भी बड़ा झटका लगा है।दिल्ली के कारोबारियों को अभी तक 200 करोड़ रुपये से ज्यादे का नुकसान हो चुका है। दिल्ली के व्यापारियों के संगठन चैम्बर्स ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने अपने बयान में इस बात का दावा किया है।
200 करोड़ रुपये के कारोबार के प्रभावित होने की आशंका
आपको बता दें दिल्ली चैम्बर्स ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए कारोबारियों से दूसरे शहरों से व्यापार कुछ दिनों के लिए स्थगित करने की अपील की है। साथ ही सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि हम पुरानी दिल्ली के कारोबारी और बाजार संघों ने बाहर से व्यापार कुछ दिनों के लिए रोकने की अपील की है। कश्मीरी गेट मार्केट के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि तीन-चार दिन बारिश के कारण 50 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान की आशंका है। जबकि सीटीआई ने बारिश से लगभग 200 करोड़ रुपये के कारोबार के प्रभावित होने की आशंका जताई है।
ग्राहकों का आना पिछले कुछ दिनों से लगभग बंद
दिल्ली में बढ़ते यमुना के जलस्तर की वजह से कारोबार पर गहरा असर पड़ा है।व्यापारी स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। नजदीकी शहरों से आने वाले ग्राहकों ने योजना टाल दी है। रेलवे ने पुराने लोहे के पुल से रेल गतिविधियां बंद कर दी हैं। कई ट्रेनों का मार्ग बदल गया है, जबकि कुछ ट्रेनें रद्द हुई हैं। अब कारोबारी और खरीदारों ने दिल्ली आने की योजना भी कुछ दिन के लिए टाल दी है। सीटीआई के पदाधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में रेवाड़ी, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, मेरठ, सोनीपत, पानीपत, पलवल, बागपत, बड़ौत, मुजफ्फरनगर आदि शहरों से प्रतिदिन दो लाख ग्राहक आते हैं. इन ग्राहकों का आना पिछले कुछ दिनों से लगभग बंद है।