दिल्ली-NCR में हुई हल्की बारिश ने प्रदूषण से बड़ी राहत दिलाई। बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 रहा, यह राहत ज्यादा दिन नहीं रहेगी। 17 दिनों के बाद हवा बेहद खराब श्रेणी से खराब श्रेणी में लौटी है। बीती 12 नवंबर को दिवाली के दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 212 रहा था। इसके बाद से प्रदूषण लगातार बेहद खराब और गंभीर श्रेणी में रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि गुरुवार को एक बार फिर प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में चला जाएगा। मंगलवार को वायु गुणवत्ता में सुधार के चलते ग्रैप का तीसरा चरण हटा लिया गया था।
बीते सोमवार और मंगलवार को हुई बारिश के चलते प्रदूषण में काफी कमी देखने को मिली। सोमवार को जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 395 था तो वहीं मंगलवार को यह 312 रहा। बुधवार सुबह इसमें काफी कमी देखने को मिली और यह 258 रहा, लेकिन शाम तक इसमें फिर बढ़ोतरी देखने को मिली।
NCR में प्रदूषण स्तर और बढ़ने के संकेत
बताया गया कि बुधवार शाम दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 रहा। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। यह माना जा रहा है कि गुरुवार को एक बार फिर प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में चला जाएगा।
बारिश का असर ज्यादा दिन तक नहीं दिखेगा
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में बारिश के चलते प्रदूषण में जो कमी आई थी, उसका असर ज्यादा दिनों तक नहीं बना रहेगा। अगले छह दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में ही रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी राजधानी दिल्ली में बूंदाबांदी की संभावना जताई है, लेकिन इसका प्रदूषण पर कोई बड़ा असर देखने को नहीं मिलेगा।