शीला भी गठबंधन को तैयार अंतिम फैसला राहुल पर छोड़ा - Punjab Kesari
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शीला भी गठबंधन को तैयार अंतिम फैसला राहुल पर छोड़ा

प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने गठबंधन के विरोध में जो झंडा बुलंद किया हुआ था, उससे समझौता करते

नई दिल्ली : दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति भले ही बनी हुई है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने गठबंधन के विरोध में जो झंडा बुलंद किया हुआ था, उससे समझौता करते हुए गठबंधन के लिए तैयार हो गई हैं। उन्होंने राहुल गांधी को लेटर लिख कर कहा है कि वह पार्टी आलाकमान गठबंधन को लेकर जो भी फैसला करेगी, वह उन्हें मंजूर होगा। सूत्रों ने कहा कि यह लेटर शीला दीक्षित ने हाल ही में राहुल गांधी को लिखा है। इस लेटर के बाद यह तो साफ हो गया कि गठबंधन की राह साफ हो गई है। अब देखना है कि गठबंधन के लिए कांग्रेस पार्टी क्या रणनीति अपनाती है?

वैसे गुरुवार को दिल्ली में प्रदेश स्तर पर मेनीफेस्टो जारी करने के दौरान गठबंधन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और प्रदेश प्रभारी पीसी चाको के बयानों में भिन्नता पहले की तरह ही दिखाई दी। बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब में शीला दीक्षित ने कहा कि गठबंधन को लेकर पुरानी स्थिति बनी हुई है। यानी की गठबंधन पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ। साथ ही उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि दिल्ली में कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़े, यह हम बार-बार कह रहे हैं। दूसरी तरफ दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि गठबंधन पर रास्ते भी खुले हुए हैं और बातचीत भी चल रही है।

सूत्रों का कहना है कि शीला दीक्षित भले ही प्रेस कांफ्रेंस में कहा हो कि वह गठबंधन नहीं चाहती हैं लेकिन उन्होंने गठबंधन का फैसला राहुल गांधी पर छोड़ने का पत्र लिख कर अपनी मंशा भी साफ कर दी है। शीला दीक्षित ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली की सभी सातों सीटों पर उनकी पूरी तैयारी है। सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (सीईसी) को प्रत्याशियों के नाम भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कुछ नए चेहरे भी देखने को​ मिल सकते हैं।

अब होगी सीटों पर रार… अब जब दिल्ली प्रदेश के सभी नेता इस बात पर राजी हो गए हैं कि राहुल गांधी जो फैसला करेंगे वह उन्हें मंजूर होगा, तो यह तय है कि अब सीटों को लेकर आप पार्टी और कांग्रेस के बीच रार मचने वाली है। माना जा रहा है कि आप पार्टी चार सीटों और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

बीच-बीच में यह बात भी सामने आती रही है कि आप पार्टी पंजाब और हरियाणा में भी सीट मांग रही है, लेकिन कांग्रेस पंजाब और हरियाणा में गठबंधन के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में आप पार्टी की ओर से यह भी बात सामने आती है कि अगर पंजाब और हरियाणा में गठबंधन नहीं होगा तो दिल्ली में वह पांच सीटें मांग रहे हैं। ऐसे में तय है ​कि कांग्रेस इस समीकरण को नहीं मानेगी। फिलहाल मामला अधर में है।

– सुरेन्द्र पंडित

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