किसी भी व्यक्ति या देश को किसी भी कार्य को सिद्ध करने के लिए बहुत सी वस्तुओ की आवश्यकता होती है लेकिन हर किसी के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है सुरक्षा। आधुनिक युग में रोज तकनीक उन्नत हो रही है।ऐसे में सुरक्षा से संबंधित विषय पर गंभीर विचार – विमर्श करना अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को राष्ट्रिय राजधानी में रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के एक दिवसीय चिंतन शिविर की अध्यक्षता करेंगे।
उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा
पिछले महीने, रक्षा विभाग , रक्षा उत्पादन विभाग , सैन्य मामलों के विभाग, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने अलग-अलग विचार-मंथन सत्र आयोजित किए। महत्वपूर्ण मुद्दों और उनकी उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करना। विभागों ने विषयों की एक श्रृंखला की पहचान की थी, जिस पर प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों ने अधिकारियों को संबोधित किया और अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।
विचार-विमर्श के बाद मिली सिफारिशों पर चर्चा
रक्षा मंत्री विचार-मंथन सत्रों के निष्कर्षों की समीक्षा करेंगे और इन विचार-विमर्शों से प्राप्त सिफारिशों को लागू करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। राज्य मंत्री (रक्षा) अजय भट्ट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, रक्षा सचिव गिरिधर अरामने और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ नागरिक और सैन्य अधिकारी भी दिन भर चलने वाली बैठक में शामिल होंगे।