डीडीए के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सरकार ने एक दिन पहले महरौली पुरातत्व पार्क क्षेत्र में अवैध रूप से इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों से 1,200 वर्ग मीटर जमीन वापस ले ली थी। यह अतिक्रमण विरोधी अभियान का हिस्सा था। प्राधिकरण ने पुलिस सुरक्षा में शुक्रवार को यह अभियान चलाया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने अभियान का जबर्दस्त विरोध किया। आम आदमी पार्टी एवं भारतीय जनता पार्टी ने एक-दूसरे पर निशाना साधा।
वापस लेने के लिए यह अभियान जारी है
डीडीए ने शनिवार को कहा कि यह अभियान जारी रहेगा। उसने कहा, ‘‘ 10 फरवरी को इस ध्वस्तीकरण अभियान के तहत अबतक सरकार की करीब 1200 वर्गमीटर जमीन अतिक्रमणकर्ताओं से वापस ली गयी है तथा अतिक्रमण की गयी बाकी जमीन भी वापस लेने के लिए यह अभियान जारी है ताकि उद्यान के तौर पर सभी नागरिक उसका उपयोग कर सकें।’’
इस ऐतिहासिक उद्यान में अतिक्रमण का संज्ञान लिया
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि यह कार्रवाई अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत की गयी है जो नौ मार्च तक जारी रहेगा। यह कार्रवाई दक्षिण दिल्ली के इस पुरातात्विक उद्यान में होने वाली जी 20 बैठक से एक महीने पहले की गयी है। डीडीए के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ अतीत में अदालत ने विभिन्न मामलों के सिलसिले में इस ऐतिहासिक उद्यान में अतिक्रमण का संज्ञान लिया है और पिछले कुछ दशकों में कई लोगों ने इस क्षेत्र में पांच-पांच, छह-छह मंजिले मकान बना लि हैं।
दीवारों पर यह नोटिस चिपकाया गया था
पिछले दिसंबर में नोटिस जारी किया था और लोगों को अतिक्रमण हटाओ अभियान से वाकिफ करने के लिए दीवारों पर यह नोटिस चिपकाया गया था। ’’ डीडीए ने महरौली पुरातात्विक उद्यान में लाडो सराय गांव की डीडीए जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के लिए दिल्ली पुलिस की मदद से 10 फरवरी को अभियान शुरू किया। प्राधिकरण ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस उद्यान में 55 स्मारक हैं जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली के पुरातत्व विभाग और डीडीए के संरक्षण में हैं।