जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की मतगणना छात्रों और प्रशासन के बीच गतिरोध के कारण 11 घंटे की देरी के बाद शनिवार को शुरू हो गई। विश्विद्यालय की चुनाव समिति ने यह जानकारी दी है।
छात्रसंघ के निवर्तमान अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने दावा किया कि मतगणनना दिन में 12 बजे शुरू होने वाली थी लेकिन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ (जीआरसी) ने प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया। इस इकाई में विश्वविद्यालय के अधिकारी हैं।
वैसे विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ हमारी ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया। पिछली रात, यह प्रकोष्ठ अदालत के आदेश पर चर्चा करने के लिए ईसी के सदस्यों और संबंधित पार्टियों से मिलने गया था ।’’
चुनाव समिति ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को जेएनयू को 17 सितंबर तक चुनाव के नतीजे अधिसूचित करने से रोक दिया था। उसके बाद छात्र संचालित चुनाव समिति और सभी पार्टियों के बीच बैठक में रात करीब दस बजे मतगणना कराने का फैसला किया गया।
रविवार को चुनाव नतीजा आ जाने की संभावना है लेकिन 17 सितंबर को उच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद ही उसकी घोषणा की जाएगी। शनिवार रात आठ बजे तक 150 मतों की गणना हुई थी।
जेएनयू ईसी के चेयरमैन शशांक पटेल ने कहा कि मतगणना की प्रक्रिया पूर्वाह्न 11 बजकर 55 मिनट पर हुई।
उन्होंने बताया कि लेकिन विद्यार्थियों एवं जीआरसी के बीच गतिरोध के चलते उसे कुछ समय के लिए रोकना पड़ा क्योंकि जीआरसी ने मांग की कि मतगणना एजेंट लिखकर दें कि वे परिणाम की घोषणा नहीं करेंगे।
पटेल ने कहा, ‘‘चुनाव समिति ने शिकायत निवारण प्रकोष्ठ को छात्र समुदाय की मांगों के आधार पर अपना रुख बदलने के लिए मनाने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश की।’’
उन्होंने कहा कि मतगणना में 11 घंटे की देरी हुई । जब कई घंटों बाद भी सहमति नहीं बन पायी तो चुनाव समिति ने रुझानों की घोषणा के साथ मतगणना शुरू कराने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि हालांकि नतीजे घोषित करने पर रोक लगी हुई है।
शुक्रवार को जेएनयूएसयू चुनाव में 67.9 फीसदी मतदान हुआ जो सात वर्षों में सबसे अधिक माना जा रहा है।
पहले चुनाव परिणाम का नतीजा रविवार को घोषित होना था।