नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के विरोध में दिल्ली के कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की अध्यक्षता में जंतर-मंतर पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी जब संसद भवन का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे तो चोपड़ा के नेतृत्व में 111 पुरुष व चार महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शनकारी एसपीजी सुरक्षा का अधिकार-क्यों छीन रही मोदी सरकार, गांधी परिवार ने दी कुर्बानी-उनकी सुरक्षा में क्यों नादानी, एसपीजी सुरक्षा ले के वापिस-मोदी सरकार की क्या है साजिश, जो देश के लिए जीते मरते-वो साजिशों से नहीं डरते जैसे नारे लगा रहे थे। कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने समस्त क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया था। अर्धसैनिक बल व दंगा निरोधक दस्ते की गाड़ी भी तैनात की गईं थी।
प्रदर्शनकारियों का एक वर्ग टाल्सटॉय मार्ग पर था और एक संसद मार्ग पर था। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सुभाष चोपड़ा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जान बूझकर राजनीतिक साजिश रची जा रही है। जबकि गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है जिस परिवार के दो-दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ने उग्रवाद के चलते अपनी जान का सर्वोच्च बलिदान इस देश के लिए दिया, जिनमें इंदिरा गांधी और राजीव गांधी शामिल है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एसपीजी कानून में संशोधन कर गांधी परिवार को एसपीजी कवर का प्रावधान किया था। इसके ठीक उलट केन्द्र की भाजपा सरकार अपनी राजनीतिक तानाशाही और राजनीतिक हित पूर्ति के लिए एसपीजी कवर हटा रही है।
उन्हाेंने मांग की कि गांधी परिवार और मनमोहन सिंह को अविलंब एसपीजी सुरक्षा मुहैया कराई जाए। प्रदर्शनकारियों में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल, अरविन्दर सिंह लवली, महाबल मिश्रा,महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी, हारुन यूसूफ, देवेन्द्र यादव, राजेश लिलोठिया आदि शामिल रहे।