नई दिल्ली : दिल्ली में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही गठबंधन को लेकर कयासबाजी भी शुरू हो गई है। लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने इससे साफ इन्कार कर दिया है। कांग्रेस का कहना है कि हम दिल्ली में किसी से गठबंधन नहीं कर रहे हैं, न चुनाव से पहले और न ही चुनाव के बाद। कांग्रेस ने दावा किया है कि वह दिल्ली में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्हें किसी गठबंधन की जरूरत ही नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा बुधवार को दिल्ली प्रदेश कार्यालय में आधुनिक प्रणाली से लैस सोशल मीडिया कंट्रोल रूम के उद्घाटन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह पूरी ताकत के साथ चुनाव में जा रहे हैं। बूथ स्तर तक पहुंचने की योजना बनी है। सभी कार्यकर्ता भी जोश में हैं। सुभाष चोपड़ा ने भी कहा कि दिल्ली में कांग्रेस किसी से कोई समझौता नहीं करेगी और अपने दम पर 70 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी शक्ति के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बीते दो महीने में जिस तरीके से पार्टी ने भाजपा व आप की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल रखा है, उससे दिल्ली की जनता न केवल प्रभावित है बल्कि कांग्रेस के 15 साल के विकासोन्मुखी शासनकाल को भी याद कर रही है।
उन्होंने फिर दोहराया कि दिल्ली के सभी बिजली उपभोक्ताओं को 600 यूनिट तक राहत पैकेज दिया जाएगा व शीला दीक्षित पेन्शन योजना के अन्तर्गत पेन्शन राशि को कांग्रेस शासन आने के बाद 5000 प्रतिमाह किया जाएगा। इसका मकसद है दिल्ली में वृद्धाश्रम बनाने की जरुरत ही न पड़े। कंट्रोल रूम से जहां एक ओर पार्टी भाजपा व आप के सोशल मीडिया पर चल रहे झूठे प्रचार का आक्रामक रुप से जवाब देगी, वहीं दूसरी ओर अपने चुनाव घोषणा पत्र को भी दिल्ली की आम जनता तक पहुंचाएगी।
दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में सोशल मीडिया से जुडे़ लगभग एक लाख लोगों तक पार्टी ने अपने इस अभियान को पहुंचाने की रणनीति बनाई है। सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से कंट्रोल रुम से सीधा जोड़ा जाएगा। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम करने लगेगा।