नई दिल्ली : अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कहना है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले सम्मान करती है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा का कहना है कि हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते हैं कि भारत के संविधान में स्थापित ‘सर्वधर्म सम्भाव:’ तथा भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें।
इससे पहले शनिवार को अयोध्या मामलें में उच्चतम न्यायालय का निर्णय आते ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तीय आपातकालीन बैठक बुलाई गई जिसमें सर्वसम्मीति से एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस बैठक में सभी समुदाय के लोग व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। चोपड़ा ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए इस देश का संविधान सर्वप्रिय है अतः पार्टी उच्चतम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करती है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने विपरीत परिस्थतियों में अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उन्होंने ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओ से अपील की कि वो अपने आस-पास निगरानी रखे व भाईचारे को कायम रखने के लिए काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ता सभी कार्यक्रमों में शामिल हो और सभी से मेल-जोल रखें। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने बैठक में प्रस्ताव रखा कि प्रदेश कांग्रेस सभी पक्षकारों व सभी समुदाय के लागों से अपील करती है कि वे सद्भाव व आपसी भाईचारा कायम करके सदियों पुरानी गंगा जमुनी संस्कृति की रक्षा करें।
प्रदेश कांग्रेस सभी पक्षकारों से अपील करती है कि संयम बनाऐ रखें। जिसका बैठक में मौजूद सभी लोगो ने हाथ ऊठाकर समर्थन किया। इस मौके पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री हारून युसुफ, किरन वालिया, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष पूर्व विधायक नदीम जावेद ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश के धर्मनिर्पेक्षता की रक्षा की है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की देश के संविधान व संवैधानिक संस्थाओं में पूरी आस्था है इसलिए उच्चतम न्यायालय का जो निर्णय है उसको सभी पक्ष स्वीकार कर उसका सम्मान करें। इस बैठक में वरिष्ठ नेता चत्तर सिंह, मुदित अग्रवाल, हरि किशन जिंदल, कैलाश जैन, मो. उस्मान, दिनेश कुमार आदि मौजूद थे।