देश राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर सरकारी कर्मचारियों और आपात सेवा में जुटे कर्मचारियों के लिए 17 मई के बाद से दिल्ली में मेट्रो ट्रेनें चलाए जाने की सलाह दी है। मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि सैलून, सिनेमा हॉल और धार्मिक स्थलों को बंद रखा जाए।
वही डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) अपनी परिचालन शुरू करने के तैयारियों में जुटा हुआ है। मेट्रो यात्रियों के शरीर का तापमान जांचने, सीटों और प्लेटफॉर्म के फर्श पर दो गज की दूरी के संबंध में स्टीकर चिपकाए जा रहे है। दिल्ली में आज जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़ कर 123 हो गई है, जबकि संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 8,895 पहुंच गये हैं।
आंकड़ों के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिल्ली में 472 नये मामले आए थे जो एक दिन में सबसे अधिक हैं। केजरीवाल ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि 17 मई के बाद लॉकडाउन में ढील दिए जाने पर कोविड-19 के मामले बढ़ेंगे, लेकिन दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में बिस्तरों, आईसीयू, एम्बुलेंस और वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की है।
केंद्र अनुमति दें तो दिल्ली सरकार सुरक्षा एहतियात के साथ परिवहन सेवाएं बहाल करने को तैयार : परिवहन मंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कार्यस्थलों पर आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करना और उसका उपयोग करना अनिवार्य किया जाएगा। रात नौ बजे से सुबह पांच बजे के बीच आपात सेवाओं के अतिरिक्त अन्य लोगों की आवाजाही पर पाबंदी होगी। केजरीवाल ने कहा कि 17 मई के बाद चार पहिया वाहनों में ड्राइवर के अलावा दो लोगों को बैठने और दो-पहिया वाहनों पर सिर्फ एक व्यक्ति के यात्रा करने की अनुमति दी जाए।
उन्होंने अनुरोध किया है कि दिल्ली सरकार के कर्मचारियों के लिए दिल्ली मेट्रो ट्रेन सेवा सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े दस बजे तक और शाम साढ़े पांच बजे से साढ़े आठ बजे तक चलायी जाए। दिल्ली मेट्रो में अभी तक सामान्य दिनों में औसतन प्रतिदिन 26 लाख यात्री यात्रा करते थे।
दिल्ली मेट्रो की सेवा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और उसके बाद कोविड-19 लॉकडाउन के कारण बंद है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं है कि मेट्रो ट्रेनें कब से चलनी शुरू होंगी। इसबीच, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आज कहा कि यदि केन्द्र अनुममति दे तो आप सरकार पूरे एहतियात के साथ शहर में सार्वजनिक परिवहन शुरू करने के लिए तैयार है।