गुजरात विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले है। इस बीच चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस करके तारीखों का ऐलान कर दिया था। बता दें गुजरात में एक और पांच दिसंबर को वोटिंग होगी जबकि 8 को मतगणना होने वाली है। इस बीच आम आदमी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अलग अलग दावे कर रहे है। उन्होंने एक टीवी चैनल से बात करते हुए गुजरात चुनाव को लेकर अपने प्लान को उजागर किया है।
दरअसल, केजरीवाल ने’ओटीपी’ फॉर्मूले (OTP) का जिक्र करते हुए कहा कि कैसे उनकी पार्टी OTP फॉर्मूले के जरिए चुनाव जीतने वाली है। सीएम ने कहा कि ‘OTP’ में O का मतबल ओबीसी, T का मतबल ट्राइबल और P का मतबल पटेल से है। उनका दावा था कि गुजरात में आम आदमी पार्टी पूर्ण समर्थन से सरकार बनाएगी। अभी ‘आप’ गुजरात में भी मुफ्त बिजली-पानी, शिक्षा और चिकित्सा से जुड़े कई सारे वादे करके जनता को लुभाने की कोशिश कर रही है। ऐसा ही उसने दिल्ली और पंजाब विधानसभा चुनाव में किया था। उसे जीत भी हासिल हुई थी। वैसे इसी दौरान ने केजरीवाल ने बीजेपी को लेकर दावा किया की उनकी पार्टी को बीजेपी ने सत्येंद्र जैन के बदले गुजरात छोड़ने का ऑफर दिया था।
बीजेपी ने दिया था ऑफर : केजरीवाल
बता दें, केजरीवाल ने अपने बयान में दावा किया कि उनके पास बीजेपी का ऑफर आया था, जिसमें कहा गया था कि गुजरात छोड़ दो, हम सत्येंद्र जैन को छोड़ देंगे। सीएम ने कहा, ‘हमारे पास कुछ समय पहले ऑफर बीजेपी का आया था। लेकिन हम कहते है कि सत्येंद्र जैन को और 3 महीने जेल में रख लो। हमें तोड़ नहीं पाओगे। हम जनता की बात रखते हैं। हम लोग डरते नहीं है। ‘
सुकेश चंद्रशेखर ने सत्येंद्र जैन पर लगाए थे आरोप
इसी के साथ उन्होंने महाठग सुकेश चंद्रशेखर द्वारा सत्येंद्र जैन पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये सब बीजेपी की मनोहर कहानियां हैं। ये सब मोरबी में हुए हादसे से ध्यान भटकाने को लिए किया गया था, लेकिन ये बीजेपी की मनोहर कहानियां कोई नहीं पढ़ना चाहेगा। जहां एक तरफ सीएम केजरीवाल बीजेपी पर निशाना साध रहे है। वही, उनके पार्टी के नेता ने दिल्ली के एलजी को चुनौती दी है।
वही, आप नेता ने आगे कहा, ‘ वो दिल्ली से जुड़े हर निर्णय ले रहे है, जबकि ये निर्णय जनता द्वारा चुने हुए लोग ही ले सकते हैं। ऐसे में एलजी को भी चुनाव लड़कर आना चाहिए। ‘ वैसे दिल्ली नगर निगम में लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कब्जा है। कहा जा रहा है कि इस बार भी भाजपा आसानी से जीत हासिल कर सकती है। इस चुनाव में मुख्य तौर से भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच मुकाबला होना है।