दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और राष्ट्रीय राजधानी में घर-घर राशन वितरण योजना को लागू करने का आग्रह किया। सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि “आज तक, मैंने राष्ट्रहित के सभी कार्यों में आपका समर्थन किया है, इसके लिए आपको भी हमारा समर्थन करना चाहिए। इस योजना को पूरे देश में कोविड समय के दौरान लागू किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि इस योजना को बनाने के लिए केंद्र सरकार जो भी संशोधन चाहती है, हम करने के लिए तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि “मैं आपसे दिल्ली के 70 लाख गरीब लोगों की ओर से हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं कि कृपया इस योजना को बंद न करें।”
पीएम को लिखे अपने पत्र में केजरीवाल ने कहा कि इस योजना को कोविड के मद्देनजर पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए अन्यथा राशन की दुकानें “सुपर-स्प्रेडर्स” के रूप में कार्य करेंगी। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कई ऐसे लोग हैं जो कोरोना के माहौल में राशन की दुकान पर राशन लेने नहीं जाते। वहां भीड़ लगने के कारण लोगों को संक्रमित होने का खतरा रहता है। वहीं कई घरों में खाने का राशन नहीं है। हम एक एक घर में राशन पहुंचाना चाहते थे तो आखिर ऐसे में केंद्र सरकार को क्या आपत्ति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में यदि उनके अभिभावकों को राशन की लाइनों में लगना पड़ा और संक्रमण बच्चों तक पहुंच जाए तो क्या होगा। वहीं कितने ऐसे बुजुर्ग हैं जो राशन की दुकानों पर नहीं जा सकते। कितनी ऐसी गर्भवती महिलाएं हैं जो राशन की दुकानों पर नहीं जा सकती। हम ऐसे लोगों की मदद करना चाहते हैं।