चमोली : उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है जिसके बाद चमोली के के घाट ब्लाक के सगोला गांव में बादल फटने से अतिवृष्टि ने एक बार फिर चमोली के घाट क्षेत्र में बारिश ने तबाही मचा दी है। बादल फटने से पूरे इलाके में काफी नुकसान हुआ है। सगोन गांव में भूस्खलन और मलबा आने से कई जगह खेत तबाह हो गए। देर रात हुई भारी बारिश से चमोली जिले घाट क्षेत्र के सगोला बगड़ में बादल फट गया। रात को लोगों ने भाग कर जान बचाई। वहीं, पहाड़ी से आए मलबे में कई गोशालाएं व मवेशियां दब गए। प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
हालांकि प्रशासन के मुताबिक बादल फटने से जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। गांव वालों की कृषि भूमि को काफी नुकसान पहुंचा है, वहीं इसकी चपेट में आने से कई गोशालाएं और मवेशियों की दबने की पुष्टि प्रशासन ने की है। दो दिन बाद खुला बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से लामबगड़ में फिर बंद हो गया। नुकसान की सूचना पर राजस्व टीम मौके लिए रवाना हो गई है। लामबगड़ में मलबा और बोल्डर आने से मंगलवार शाम को बंद हुआ बदरीनाथ हाईवे गुरुवार को ही खोला गया था। हाईवे खुला तो 654 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। इनमें से 132 तीर्थयात्री लामबगड़ में तीन किमी पैदल बदरीनाथ धाम पहुंचे, जबकि 642 तीर्थयात्री बदरीनाथ के दर्शन कर गंतव्य को लौटे। मौसम विभाग के अनुसार ज्यादातर हिस्सों में बारिश का अनुमान है।
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वहीं कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश भी हो सकती है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि फिलहाल हल्की बारिश का क्रम बना रहेगा। 24 घंटों के दौरान दो से तीन दौर की मध्यम बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि नौ सितंबर को प्रदेश में भारी बारिश होने का अनुमान है। मसूरी में कोहरे के साथ तेज बारिश पहाड़ों की रानी मसूरी में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है। मसूरी में कोहरे के साथ हुए तेज बारिश हुए है, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। तेज बारिश मसूरी और पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। मसूरी में हुई तेज बारिश के बाद लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। बारिश होने के कारण जहां स्कूली बूच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए आपदा से संबधित सभी अधिकारियों को सतर्क करने के निर्देश दिए हैं।