केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा जारी है। इसी बीच परीक्षा लीक की अफवाहों की खबर सामने आई थी। CBSE ने कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक के आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें “निराधार” बताया और छात्रों और अभिभावकों के बीच दहशत पैदा करने का प्रयास बताया। बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं शनिवार को शुरू हुईं, जिसमें भारत और विदेशों में 7,800 से अधिक केंद्रों पर 42 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए। बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, कुल 24.12 लाख कक्षा 10 के छात्र 84 विषयों की परीक्षा दे रहे हैं, जबकि 17.88 लाख से अधिक कक्षा 12 के छात्र 120 विषयों की परीक्षा दे रहे हैं।
बोर्ड ने दिया आश्वासन
एक आधिकारिक बयान में, CBSE ने कहा कि यह बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कुछ बेईमान तत्व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसै यूट्यूब, फेसबुक और एक्स पर पेपर लीक के बारे में अफवाह फैला रहे हैं। 2025 परीक्षा के प्रश्नपत्रों तक पहुंच का दावा कर रहे हैं। ये दावे निराधार हैं और इनका उद्देश्य अनावश्यक दहशत पैदा करना है। बोर्ड ने आश्वासन दिया कि उन्होंने सुचारू और निष्पक्ष परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सख्त उपाय लागू किए हैं। इसने इस तरह की गलत सूचनाओं से जुड़े होने के खिलाफ चेतावनी भी दी, जिसमें कहा गया है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले छात्रों को CBSE के अनुचित साधनों के नियमों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत परिणाम भुगतने होंगे।
छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से आग्रह किया
CBSE परीक्षा की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और गलत सूचना फैलाने के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ़ कार्रवाई करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रहा है। CBSE द्वारा जारी किये गए बयान में कहा गया कि सीबीएसई परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने के लिए गलत सूचना फैलाने के लिए ज़िम्मेदार पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई करेगा। साथ ही CBSE बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से आग्रह किया कि वे केवल सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी पर ही भरोसा करें।