तिहाड़ से सीखकर आया था पुलिस को 'नचाने' के गुर - Punjab Kesari
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तिहाड़ से सीखकर आया था पुलिस को ‘नचाने’ के गुर

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नई दिल्ली : फिरौती के लिए विहान का अपहरण करने वाले नितिन, पंकज और रवि कोई मंझे हुए शातिर अपराधी नहीं थे, लेकिन पुलिस को उन तक पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एक पंकज को छोड़कर अन्य आरोपियों पर कोई पिछला मुकदमा नहीं था, लेकिन तीनों आरोपियों ने 12 दिन तक पुलिस को अपने पीछे नचाया। हालांकि पंकज का शैतानी दिमाग जरूर काम आया था, जिसने पुलिस को नचाने के लिए तिहाड़ जेल में रहते हुए अपने उस्तादों (बदमाश) से सीखे गए गुर का भरपूर फायदा उठाया और टेक्निकल सर्विलांस से बचने के टिप्स का प्रयोग किया।

5 जनवरी को तिहाड़ से छूटकर आया था पंकज
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी नितिन और रवि का पिछला कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं, लेकिन पंकज झपटमारी के मामले में तिहाड़ गया था। जहां उसने मंझे हुए बदमाशों से पुलिस की टेक्निकल सर्विलांस से बचने के सभी टिप्स सीखे। वहीं उसे पता चला कि किसी भी वारदात को अंजाम देते वक्त अपने फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा फोन के ऑन रहनेे या फिर कॉल करने से भी पुलिस को लोकेशन का पता चल जाता है।

नितिन ने बनाया था अपहरण का प्लान
नितिन को पैसों की सख्त जरूरत थी क्योंकि कर्जदार उससे लगातार तकादा कर रहे थे। इसी बीच उसको विहान के पिता सन्नी गुप्ता के पास 57 लाख रुपए होने की जानकारी मिली और उसने विहान के अपहरण की साजिश रच दी। आरोपी ने अपने साथ जिगरी दोस्त पंकज और रवि को भी शामिल कर लिया, जिसके बाद पंकज ने ही दोनों को पुलिस के टेक्निकल सर्विलांस से बचने का तरीका सिखाया। पंकज की बातों को ध्यान में रखते हुए नितिन चोरी के फोन से फिरौती की कॉल की, लेकिन पंकज का चेला एक स्थान पर गलती कर गया और चोरी के फोन में अपना निजी सिमकार्ड लगा दिया। जब इसकी सूचना पंकज को मिली, तो उसने न सिर्फ नितिन को डांटा, बल्कि उसे पुलिस के आने तक का एहसास हो गया। फिलहाल, नितिन को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, तो वहीं मामले की जांच की जा रही है।

ज्योति नगर से खरीदा फिरौती के लिए नया फोन
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों ने 25 जनवरी को विहान का अपहरण करने के बाद उसे साहिबाबाद शालीमार सिटी के फ्लैट में ले जाकर छुपा दिया था। इसके बाद उन्होंने 26 जनवरी को ज्योति नगर इलाके से एक साधारण सा की-पैड वाला फोन खरीदा। इसी फोन से उन्होंने 27 जनवरी को विहान के पिता सन्नी गुप्ता को फिरौती की कॉल की थी। इसके अलावा नितिन ने करीब डेढ़ साल पहले ऑनलाइन एक स्मार्ट फोन खरीदा था। जिसमें वह अपना रजिस्टर्ड सिम चलाता था। आरोपियों ने वाट्सअप वीडियो मैसेज के लिए चोरी के फोन का इस्तेमाल किया। बदमाशों ने फिरौती के लिए चार अलग-अलग फोन का इस्तेमाल किया था।

पुलिस ने की संदिग्ध लड़की से पूछताछ… पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को पुलिस ने नितिन की महिला मित्र से पूछताछ की, हालांकि महिला मित्र दोपहर के बाद पुलिस के पास पहुंची थी, जिसके कारण शाम तक उससे कोई खास पूछताछ नहीं हो सकी। पुलिस की टीम महिला मित्र को दोबारा पूछताछ के लिए बुला सकती है, हालांकि अभी यह नहीं बताया गया है कि महिला को दोबारा कब तलब किया जाएगा। इसके अलावा छानबीन में यह भी सामने आया है कि नितिन अपनी एक महिला मित्र को मोहरा बनाकर उसका प्रयोग करना चाहता था, वहीं उसके पत्नी से संबंध ठीक न होने के कारण उससे दूर भी होना चाहता था। महिला मित्र ने भी नितिन से उसके लिए बुटीक खुलवाने की जिद कर रही थी, जिसके बाद आरोपी ने एक ‘बिजनेसडील’ पूरी होने के समय मांगा था।

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– वसीम सैफी/रवि भूषण द्विवेदी

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