पदभार संभालने के पहले ही दिन विजिलेंस मंत्री आतिशी ने एसडीएम कार्यालयों में विभिन्न प्रमाण-पत्र बनाने के नाम पर चल रहे कथित भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर लगाम कसने तैयारी कर ली है।
रिश्वतखोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए टीम गठित होगी
विजिलेंस मंत्री आतिशी ने एसडीएम दफ्तरों में रिश्वतखोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए मुख्य सचिव को बतौर चीफ विजिलेंस ऑफिस मुख्य सचिव वरिष्ठ आईएएस-दानिक्स अधिकारीयों की टीम गठित करने और उनकी ओर से सप्ताहभर में दिल्ली के सभी एसडीएम कार्यालयों का निरीक्षण करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
जन सुनवाई के दौरान कई शिकायतें मिली
विजिलेंस मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को दिए अपने आदेश में स्पष्ट किया कि जन सुनवाई के दौरान उन्हें कई शिकायतें मिली हैं, जहां शिकायतकर्ता बताते हैं कि एसडीएम ऑफिस में कुछ सरकारी अधिकारी राजस्व विभाग की ओर से जारी किए जाने वाले विभिन्न प्रमाणपत्रों के आवेदनों को सुविधाजनक बनाने के बदले में रिश्वत की मांग की जा रही है। इसी के साथ उन्होंने मुख्य सचिव को खुद कम से कम 5 एसडीएम दफ्तरों का निरीक्षण करने और लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि वह एक सप्ताह के भीतर एसडीएम कार्यालयों में हो रही अनियमितताओं, कामों में होने वाली देरी और भ्रष्टाचार पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपें।
आईएएस और दानिक्स अधिकारियों की एक टीम का गठन होगा
इस बाबत विजिलेंस मंत्री ने मुख्य सचिव को आदेश देते हुए कहा कि मुख्य सचिव, चीफ विजिलेंस अधिकारी के रूप में भी काम करते हैं, इन मामलों का जमीनी स्तर पर निरीक्षण करने के लिए लिए वरिष्ठ आईएएस और दानिक्स अधिकारियों की एक टीम का गठन करें और सुनिश्चित करें कि ये अधिकारी अगले एक सप्ताह के भीतर सभी एसडीएम दफ्तरों का दौरा करें। साथ ही मुख्य सचिव बतौर चीफ विजिलेंस इन दफ्तरों में कामकाज की जांच करने और भ्रष्टाचार की किसी भी गुंजाइश को पता लगाने के लिए खुद कम से कम 5 एसडीएम ऑफिस का दौरा करें।