बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल होने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के नेता और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि उनके सात विधायकों को बीजेपी ने अपने दल में लाने के लिए 10-10 करोड़ रुपये देने की पेशकश की। हालांकि बीजेपी ने इस दावे को ‘विचित्र आरोप’ बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ध्यान आकर्षित करने के लिए बेचैन है।
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने इससे पहले भी आप के विधायकों को ‘खरीदने’ की कोशिश की थी, जिस पर जनता ने उचित जवाब दिया था। उन्होंने दावा किया कि इस बार भी जनता उन्हें करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा, ‘‘ अब जबकि बीजेपी के पास कोई विकास का मुद्दा उठाने के लिए नहीं रह गया हो तो वह आप के सात विधायकों को 10-10 करोड़ में खरीदने के प्रयास में जुट गई है।’’
सिसोदिया ने प्रधानमंत्री मोदी की उस टिप्पणी की भी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं और जैसे ही बीजेपी आम चुनाव जीतेगी, ये विधायक तृणमूल कांग्रेस छोड़ देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ एक प्रधानमंत्री द्वारा ऐसा बयान देना सही नहीं है। उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र की वजह से ही वह प्रधानमंत्री हैं।’’
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सिसोदिया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के मीडिया प्रमुख अशोक गोयल ने कहा, ‘‘ चुनाव में हार के डर से आप परेशान है और इस तरह का विचित्र आरोप लगाकर उनके नेता ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।’’