रायपुर : भूपेश बघेल ने स्वीकार किया है कि भाजपा नेता कैलाश मुरारका से उनकी मुलाकात हुई थी। जेल से जमानत पर बाहर आये भूपेश बघेल पत्रकार वार्ता में इस बात को स्वीकारा है कि दिल्ली के एक होटल के काउंटर में कैलाश मुरारका के साथ उनकी मुलाकात हुई थी, लेकिन वो मुलाकात बस थोड़े देर की थी। कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल से कैलाश मुरारका से दिल्ली में हुई मुलाकात के संदर्भ में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता से विभिन्न स्तरों पर मुलाकात होती है, विधानसभा में, शादी में कई प्रोग्राम में होती है, इसमे क्या परेशानी है,
मुरारका से दिल्ली के होटल में एक रिस्पेशन काउंटर में मुलाकात हुई थी, थोड़े देर की मुलाकात हुई थी। सीडी मामले में तीन दिन जेल में रहने के बाद कल जमानत पर बाहर आये भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा को दलदल पसंद है भाजपा हर जगह दलदल पसंद करती है। गुजरात में भाजपा के नेताओं ने ही अपने मंत्रियों की सीडी बनवायी, वैसी ही स्थिति छत्तीसगढ़ में भी है सीडी बनवाते हैं और बंटवाते हैं और फिर इसमे बेवजह एक पत्रकार को फंसवाते है। सीडी के मामले में एक आरोप पत्र पेश किया जिसमें कई सारे सवाल है जिसका जवाब भाजपा और मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष को देना होगा।
भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस ने चंद घंटों में एक पत्रकार को गिरफ्तार करती है। जब मुरारका ने बताया है कि इसके अलावा 10 सीडी और है तो फिर सीबीआई इसकी जांच क्यों नहीं कर रही है, इन सब सवाल के जवाब जनता जानना चाहती है। भूपेश ने इस दौरान अंतागढ़ और झीरम हमले का मसला उठाते हुए कहा कि अंतागढ़ सीडी मामले में अजीत जोगी और अमित जोगी संलिप्त थे तो उनकी जांच क्यों नहीं हुई। सुकमा के दरभा हमले में जांच क्यों नही हुई। भूपेश ने सीबीआई पर दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्होंने सीडी बनवाई, जिन्होंने दिखाया उनसे क्यों पूछताछ नहीं कर रही है सीबीआई। भूपेश ने कहा कि सुकमा हमले के बाद से ही उन्हें अपनी मौत का डर नहीं है। उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक आपराधिक षडयंत्र है जिसमे अधिकारी और मंत्री शामिल है।