भीमा-कोरेगांव मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने नक्सल समर्थक वरवर राव को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को हैदराबाद हाईकोर्ट ने वरवर राव की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद गिरफ्तारी हुई है। राव अब तक हैदराबाद के अपने घर में नजरबंद थे। पुणे पुलिस के संयुक्त आयुक्त शिवाजी बोडखे ने कहा कि हैदराबाद हाईकोर्ट द्वारा उनकी नज़रबंदी की बढ़ाई गयी सीमा 15 नवंबर को समाप्त हो गई।
महाराष्ट्र पुलिस वरवर राव को गिरफ्तार करने के बाद पुणे लेकर जा रही है। वरवर राव उन 5 लोगों में शामिल हैं, जिन पर नक्सलियों के साथ संबंध रखने और भीमा कोरेगांव हिंसा में शामिल होने के आरोप हैं। इससे पहले अगस्त में भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस की अगुवाई में देशभर में छापेमारी हुई थी। इस दौरान वरवर राव समेत कई नक्सल समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था।
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हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी और इनको नजरबंद रखने का निर्देश दिया था। इससे पहले इस साल के शुरुआत में पुणे पुलिस ने नक्सल नेता की ओर से लिखे गए एक कथित पत्र को जब्त किया था, जिसमें देश में विभिन्न नक्सल गतिविधियों के लिए प्रतिष्ठित तेलुगू कवि वरवर राव के कथित ‘मार्गदर्शन’ के लिए उनकी तारीफ की गई थी।