नई दिल्ली : दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली के तीनों नगर निगमों में मनोनीत सदस्य खुद को निगम पार्षद नहीं कह सकते न ही किसी बोर्ड या लेटर हैड पर अपना नाम निगम पार्षद के रूप में लिखवा सकते हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सदन की बैठक में इस बात पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस पार्षद सुदेश राणा ने मनोनीत सदस्यों द्वारा खुद को पार्षद कहने का मुद्दा सदन में उठाया था। जिस पर जवाब देते हुए निगम आयुक्त मधुप व्यास ने साफ कर दिया कि मनोनीत सदस्यों को पार्षद लिखने की इजाजत निगम का कानून नहीं देता।
सदन की बैठक में कांग्रेस की पार्षद ने सुदेश राणा ने मनोनीत सदस्यों द्वारा लगाए जा रहे बोर्ड को लेकर महापौर से शिकायत की। जिस पर महापौर प्रीति अग्रवाल के आदेश के बाद निगमायुक्त मधुप व्यास ने साफ कर दिया कि मनोनीत सदस्य सदन में मनोनीत सदस्य के रूप में नियुक्त होते हैं।
15 दिन के लिए निलंबित… महापौर को लेकर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर आप पार्षद रामनारायण को महापौर ने सदन से 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। लेकिन महापौर के आदेश के बाद भी निगम के मार्शल पार्षद को सदन से बाहर करने में विफल रहे। बता दें कि दिल्ली सरकार की सलाह पर उपराज्यपाल द्वारा दिल्ली की तीनों नगर निगम में 10-10 सदस्यों को मनोनीत किया जाता है। यह सदस्य किसी दल के नहीं बल्कि अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ के रूप में मनोनीत होते हैैं। जिन्हें सदन की कार्रवाई में हिस्सा लेने का अधिकार तो होता है, लेकिन किसी फैसले पर वोटिंग करने का अधिकार नहीं होता।
भड़के सदस्य… इसी बीच नेता सदन जयेंद्र डबास ने मनोनीत सदस्यों को विपक्ष के साथ बैठने की बजाय विपक्ष के पीछे की सीटों पर बैठने का मुद्दा उठा दिया। जिस पर हंगामा होने लगा। आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ नारे बाजी शुरू कर दी। भाजपा पार्षद आम आदमी पार्टी के पार्षद विकास गोयल पर हत्या के आरोप वाले पोस्टर लेकर महापौर के आसन के समक्ष आ गए। जिस पर हंगामा देख महापौर ने सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया। इस बीच आप और भाजपा पार्षद एक दूसरे के खिलाफ नारे बाजी करते रहे।
सिविक सेंटर के सभी दरवाजे किए बंद…
नियमितिकरण की मांग को लेकर 20 मार्च से भूख हड़ताल कर रहे सफाई कर्मचारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए निगम के मुख्यालय के सभी सात दरवाजों पर ताला लगाने का भी प्रयास किया। लेकिन पुलिस बल मौजूद होने की वजह से सफाईकर्मी ताला लगाने में नाकाम रहे। सुरक्षा की दृष्टि से सभी गेट को बंद कर दिया गया। जिसकी वजह से 1 बजे से दो बजे तक निगम मुख्यालय में प्रवेश और निकास पूरी तरह बंद हो गया। वहीं प्रदर्शन करने के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षद गेट नम्बर चार का ताला तोड़ सिविक सेंटर के अंदर पहुंचे। एक घंटे तक प्रवेश और निकास बंद होने से सिविक सेंटर में आए हुए लोग परेशान होते रहे।
डीबीसी कर्मचारियों की मांगें पूरी…
तिलक राज कटारिया अध्यक्ष स्थायी समिति उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने घोषणा की है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम मे कार्य कर रहे 3500 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चैकरों को वर्ष मे जो 4 महीने कार्य न होने के कारण हटाया जाता था अब उन्हें पूरे वर्ष काम पर रखा जाएगा और इसके लिए पूरे वर्ष का नियमानुसार वेतन भी दिया जाएगा। कटारिया ने कहा है कि आंदोलन कर रहे डोमेस्टिक ब्रीडिंग चैकर से अपील की है कि वह अपना आंदोलन समाप्त कर तुरन्त अपने कार्य पर उपस्थित होकर डयूटी दे। क्योंकि उनके आंदोलन की मुख्य मांग, जो कि पूरे वर्ष की नौकरी और वेतन था, उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने स्वीकृत कर ली है।
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