नई दिल्ली : सीबीएसई पेपर लीक मामले में निजी काॅॅन्वेंट स्कूल के दो अध्यापकों की गिरफ्तारी के बाद स्कूल प्रिंसिपल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। कमेटी के सदस्य भी एसआईटी की जांच के दायरे में आ गए हैं। जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बोर्ड परीक्षा के पेपर को स्कूल की गठित कमेटी की निगरानी में खोला जाता है।
इस पांच सदस्यीय कमेटी में स्कूल प्रिंसीपल प्रमुख होता है। ऐसे में यह कैसे संभव है कि प्रिंसिपल के बिना संज्ञान के पेपर बंडल की सील तोड़कर पेपर लीक कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि जब प्रश्न पत्र सुबह पौने दस बजे सील तोड़कर खोला जाता है, तो कमेटी के सभी सदस्य एक पेपर पर अपने हस्ताक्षर और समय का जिक्र करते हैं। यही वजह है कि कमेटी के सदस्य अब जांच के दायरे में हैं। पुलिस उन्हें नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।
प्रिंसिपल से हुई तीन घंटे पूछताछ
पुलिस टीम ने शक के आधार पर सोमवार को भी कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल को पूछताछ के लिए बुलाया। उनसे करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। उन्होंने पेपर लीक होने के मामले में जानकारी होने की बात से इन्कार किया। मगर पुलिस ने ५५ वर्षीय प्रिंसिपल को पुलिस ने अभी क्लीन चिट नहीं दी है। उधर, सूत्रों की माने तो पुलिस कमेटी के कुछ सदस्यों को सरकारी गवाह बनाकर आरोपियों के खिलाफ अपने हाथ मजबूत कर सकती है।
क्या भटक रही है क्राइम ब्रांच
सूत्रों का कहना है कि पेपर लीक मामले में पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। असल में वह मुख्य मामला नहीं। क्योंकि इन्होंने पेपर शुरू होने से पैने घंटा पहले पेपर लिया किया। मगर असली गुनहगार तो वे लोग हैं, जिन्होंने पेपर को एक-दो दिन पहले लीक किया। यह काम स्कूल से नहीं बल्कि किसी बैंक या फिर सीबीएसई के किसी कर्मचारी की सांठगांठ से किया गया। मगर एसआईटी की जांच इस दिशा में बढ़ती नजर नहीं आ रही है।
सीबीएसई अधिकारियों पर भी शक सुई… पुलिस का कहना है कि प्रश्न-पत्र को परीक्षा केंद्र के नजदीक बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखा जाता है। जो स्कूल में परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले पहुंचते हैं। परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र पहुंचाने का काम एक सीबीएसई की तरफ से नियुक्त एक ऑफिसर करता है। पुलिस को जांच में पता चला है कि कान्वेंट स्कूल में सीबीएसई अधिकारी एसके राणा ने सुबह नौ बजे प्रश्न पत्र पहुंचाए थे। नियम है कि प्रश्नपत्र उस अधिकारी की मौजूदगी में कमेटी खोलती है।
इसके आधार पर एसके राणा भी एसआईटी की रडार पर है। हालांकि विभाग की तरफ से उन्हें पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पुलिस रिमांड आज पूरी हो जाएगी। पुलिस उन्हें एक बाद फिर कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी। दरअसल पुलिस को अभी इस मामले में और भी कई पहलुओं पर साक्ष्य जुटाने हैं।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।