कई दिनों से दिल्ली में बाढ़ और बारिश की वजह से हालात काफी ज्यादा खराब है। बता दें अब दिल्ली के बाद फरीदाबाद और पलवल में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। पलवल में यमुना के पानी ने दर्जनभर से ज्यादा गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। हालात इतने ज्यादा खराब हो गए कि बाढ़ के कारण बिजली के दो फीडरों को बंद करना पड़ा है, जिससे 16 गांवों की बिजली गुल हो गई है। जिले में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसे देखते हुए प्रशासन गांवों को खाली कराने में लगा हुआ है।
आपको बता दें बाढ़ के कारण अब तक हजारों एकड़ खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। खेतों में पांच से छह फीट तक पानी भर गया है। खादर के लोगों का कहना है उनकी करोड़ों रुपये की फसलें बर्बाद हो गई हैं। यमुना के कहर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गुरुवार को सिंचाई विभाग द्वारा नदी की गहराई मापने वाला मीटर भी इसमें डूब गया. अब लोगों को ऊंचे स्थानों पर बनाए गए राहत शिविरों में रखा जा रहा है।
राहत-बचाव कार्य में प्रशासन के भी छूट रहे पसीने
दरअसल, यमुना के रौद्र रूप ले लेने से राहत-बचाव कार्य में प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं। यमुना से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित गांवों में भी नदी का पानी पहुंच गया है। इस कारण एक साथ कई गांवों को खाली करना पड़ा है।हर तरफ पानी का सैलाब नजर आ रहा है और प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में लगा है। हालांकि संसाधनों और पुलिस बलों की कमी के कारण इसमें उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रेनों को रद्द और डायवर्ट किया गया है
तो वहीं अब दिल्ली के बाद फरीदाबाद और पलवल में आई भीषण बाढ़ का असर लोकल ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ा है। पलवल से लेकर नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और गाजियाबाद आने-जानें वाली कुल आठ ईएमयू ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैंं, जबकि तीन का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में इसके ओवरब्रिज तक पानी पहुंचने के कारण सुरक्षा के नजरिये से ट्रेनों को रद्द और डायवर्ट किया गया है।