नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के चुनाव आयोग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। दिल्ली चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद देर रात ईवीएम मशीन को नंदनगरी स्थित आईटीआई के समीप स्थित सड़क पर ही छोड़ दिया। मजे की बात तो ये रही कि इस दौरान ईवीएम मशीन की सुरक्षा में सिर्फ एक पुलिस कर्मी दिख रहा। आयोग की इतनी बड़ी लापवाही से उसकी कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। यह पूरा मामला उस वक्त सामने आया जब शीला दीक्षित की बेटी ईवीएम की सुरक्षा का जायजा लेने पहुंची।
बता दें कि, उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा से मनोज तिवारी, आम आदमी पार्टी से दिलीप पांडेय और कांग्रेस पार्टी से शीला दीक्षित चुनाव लड़ रही हैं। रविवार को इस लोकसभा सीट की जनता ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ वोट दिया। लेकिन उसकी वोट की सुरक्षा आयोग करने में असफल रहा। देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो वीडियो में ईवीएम मशीन को कुछ कर्मी खुलेआम सड़क पर ले जाते हुए दिखाए दे रहे हैं और इनके साथ कोई सुरक्षा कर्मी भी नहीं दिख रहा है।
खास बात है कि ये कर्मी भी ज्यादा देर तक अपने हांथों में ईवीएम मशीन को लेकर नहीं चल पाते। उन्होंने ने भी ईवीएम मशीन को सड़क पर ही रख दिया। इस पूरे प्रकरण पर शीला दीक्षित की बेटी लतिका ने वीडियो बनाकर न सिर्फ ईवीएम मशीन की सुरक्षा, बल्कि आयोग की कार्यशौली पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ यह देखने आई थी कि मशीनें सुरक्षित रख दी गई की नहीं, लेकिन यहां तो नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस पर दिल्ली चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ईवीएम सड़क पर उतारने संबंधित जानकारी दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंच चुकी है और वह नियम के तहत इसपर कार्रवाई करवा रहे हैं।