आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस पेश किया, जिसमें प्रयागराज में 29 जनवरी को हुई महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग की गई। बता दें कि इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। राज्यसभा के महासचिव को लिखे अपने पत्र में सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि यह दुखद आपदा योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के कुप्रबंधन और वीआईपी संस्कृति का परिणाम थी।
AAP सांसद संजय सिंह ने महाकुंभ भगदड़ के मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में कार्य स्थगन नोटिस दिया। pic.twitter.com/fB5FiMODeX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2025
सांसद संजय सिंह ने लगाया आरोप
सांसद संजय ने कहा कि सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक महाकुंभ ने पिछले 70 वर्षों में अपनी छठी भीषण भगदड़ देखी है। इस बार, यह दुखद आपदा योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार वीआईपी संस्कृति का परिणाम थी। व्यवस्थाओं पर 7,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने के बावजूद, संसाधनों का असमान वितरण स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
सांसद संजय सिंह ने किया आग्रह
सांसद संजय सिंह ने मामले पर तत्काल चर्चा के लिए नियम 267 के तहत कार्यवाही स्थगित करने का आग्रह किया। वहीं भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज विदेश मामलों की स्थायी समिति की 29वीं रिपोर्ट में टिप्पणियों और सिफारिशों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का विवरण देते हुए राज्यसभा में बयान देंगी। बता दें कि यह रिपोर्ट भारत की नीति नियोजन और थिंक टैंकों की भूमिका से संबंधित 24वीं रिपोर्ट की सिफारिशों के कार्यान्वयन पर केंद्रित है, जिसमें आईसीडब्ल्यूए और आरआईएस का विशेष संदर्भ है। साथ ही वह भारत की पड़ोस प्रथम नीति के बारे में विदेश मामलों की स्थायी समिति की 13वीं रिपोर्ट पर सरकार की प्रतिक्रिया पर एक बयान भी पेश करेंगी, जिस पर पहले 22वीं रिपोर्ट में चर्चा की गई थी।