राजधानी दिल्ली के तीन स्कूलों को आज बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी कॉल और ईमेल के माध्यम से दी गई है। स्कूलों को पहली कॉल सुबह 4:30 बजे आई, जिसके बाद पुलिस टीम और दमकल विभाग मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। जांच में कुछ संदिग्ध नहीं मिला है। जिन स्कूलों को धमकी मिली है, उनमें पश्चिम विहार में भटनागर पब्लिक स्कूल, श्रीनिवासपुरी में कैम्ब्रिज स्कूल, ईस्ट ऑफ कैलाश में दिल्ली पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी में दिल्ली पब्लिक स्कूल, सफदरजंग एन्क्लेव में दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल और रोहिणी में वेंकटेश पब्लिक स्कूल शामिल हैं। दरअसल, ई-मेल भेजकर कहा गया है कि यह ई-मेल आपको सूचित करने के लिए है कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक हैं।
मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि आप सभी छात्रों के स्कूल परिसर में प्रवेश करते समय उनके बैग की बार-बार जांच नहीं करते हैं। इस एक्टिविटी में सीक्रेट डार्क वेब ग्रप शामिल है। कई रेड रूम भी हैं। बिल्डिंग्स को नष्ट करने और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए बम पर्याप्त हैं। बता दें, आज और कल पैरेंट्स टीचर मीटिंग (PTM) होनी है।
’13 और 14 दिसंबर को हो सकते हैं धमाके’
ईमेल में यह भी कहा गया है कि हमारे सूत्रों ने बताया है कि एक स्कूल अपने खेल दिवस के लिए मार्चिंग कर रहा है। इसमें छात्र मैदान में इकट्ठा होते हैं। यहां बड़ी भीड़ जुटती है। 13 दिसंबर और 14 दिसंबर ये दोनों दिन आपके स्कूल में बम धमाके हो सकते हैं। 14 दिसंबर को निर्धारित पैरेंट्स-टीचर मीटिंग है। इस दिन बम विस्फोट होने का बड़ा फायदा है। यह गोपनीय है कि बम ब्लास्ट 13 दिसंबर को किया जाएगा या 14 दिसंबर को। मगर, यह निश्चित है कि बम अभी लगाए गए हैं।
कुछ समय से लगातार मिल रहीं धमकियां
बता दें, पहली बार स्कूलों को ऐसी धमकी नहीं मिली है। कुछ समय से दिल्ली के कई स्कूलों में बम की धमकी की कॉल आ चुकी है। विमान कंपनियों को भी इस तरह की धमकी मिल रही थी। इससे पहले 8 दिसंबर की रात करीब 11:38 बजे दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को धमकी भरी ईमेल मिली थी। उनमें डीपीएस आरके पुरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल भी शामिल थे। ईमेल में दावा किया गया था कि इन स्कूलों के कैंपस में बम लगाए गए हैं। मेल भेजने वाले ने ब्लास्ट रोकने के एवज में 30 हजार डॉलर मांगे थे।
स्कूलों ने पिछली बार बच्चों को वापस भेज दिया था घर
धमकी भर ईमेल मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने तुरंत बच्चों को वापस घर भेज दिया था। साथ ही फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी गई थी। दोनों विभागों की टीम ने स्कूलों की तलाशी ली थी, लेकिन कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ था