ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश चिकित्सा व शिक्षा का केंद्र है, न कि राजनीति करने वालों का प्लेटफार्म। अब किसी भी व्यक्ति को एम्स में धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह जानकारी एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने पत्रकारों से शनिवार को एक संक्षिप्त मुलाकात के दौरान दी, उनका कहना था कि यह एम्स उत्तराखंड सहित पड़ोसी राज्यों के लिए भी वरदान साबित हुआ है।
जिसमें हिमाचल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के लोग अपना उपचार करवाने के लिए बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं । जिसके विस्तारीकरण का कार्य भी बहुत तेजी के साथ किया जा रहा है । जहां एक और नरसिंग सेंटर व ट्रॉमा सेंटर स्थापित होगा, जो कि 22 दिसंबर तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
जिसके बाद 150 बेड और बढ़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसमें 48 ऑपरेशन सेंटर एक साथ चलेंगे। यह सभी कार्य अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चेयरमैन व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जय प्रकाश नड्डा के सहयोग से तेजी के साथ किए जा रहे हैं । उन्होंने पिछले दिनों कुछ लोगों द्वारा एम्स में उपचार के लिए आने के बाद अपनी राजनीति के चलते अनशन करने वाले लोगों को चेताते हुए कहा, कि अब यहां जो भी उपचार करवाने के लिए आएगा।